पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान के गृह जिला संगरूर में पुलिस ने 8736 कच्चे अध्यापकों पर जमकर लाठियां बरसाईं और उन्हें घसीट-घसीटकर बसों में भरा गया। लाठीचार्ज के दौरान बहुत सारे अध्यापकों को चोटें भी लगी हैं। अध्यापकों का साथ देने के लिए किसान यूनियन के नेता भी आए थे। पुलिस ने उनकी भी पगड़ियां उछाल दीं और उन पर भी डंडे बरसा कर घसीटते हुए ले गए।


Punjab Teachers Protest: रेगुलर करने की मांग को लेकर सीएम निवास की तरफ रोष मार्च करते समय पुलिस ने कच्चे अध्यापकों पर लाठीचार्ज कर दिया। जिससे महिला प्रदर्शनकारी बेहोश हो गई और कई को चोट लगी, जिन्हें तुरंत सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया। इस दौरान पुलिस ने दो दर्जन से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस व कच्चे अध्यापकों के बीच खींचतान दौरान प्रदर्शनकारियों की पगड़ियां तक उतर गई।
जानकारी मुताबिक प्रदर्शनकारी अध्यापक गांव खुराना में रोष प्रदर्शन करने को इकट्ठा हुए थे और जैसे ही प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री के निवास की तरफ बढ़ना शुरू हुए तो पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा। जब प्रदर्शनकारी नहीं रुके तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया।
अध्यापक जत्थेबंदी के प्रदेश महासचिव विकास वडेरा ने कहा कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था कि सत्ता में आने के बाद उन्हें रेगुलर किया जाए, लेकिन अब सरकार अपने वादे से भाग रही है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार प्रदर्शनकारियों की आवाज लाठी के बल पर दबाना चाहती है, जिसे किसी भी कीमत पर सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने मांग की कि कच्चे अध्यापकों को पक्का किया जाए, लेकिन हर बार सरकार उन्हें झूठे आश्वासन दे रही है। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में महिला और पुरुष प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। जबकि कई महिला प्रदर्शनकारी जख्मी हो गई, जिन्हें सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया।

शिक्षकों का प्रदर्शन अभी भी जारी
वहीं इस प्रदर्शनकारी शिक्षकों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की के दौरान कई लोगों के कपड़े फट गए. बता दें कि, कच्चा शिक्षकों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. वहीं दूसरी ओर इस मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि, उन्होंने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्वक रोकने की कोशिश की और इस दौरान उन्होंने पुलिस पर हमला कर दिया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
किसानों पर भी हुआ था लाठी चार्ज
वहीं इससे पहले भी संगरूर में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस की ओर से लाठीचार्ज किया गया था. अपनी मांगों को लेकर संगरूर में मुख्यमंत्री आवास के आगे पहुंचे किसानों पर पुलिस ने जमकर लाठियां चलाईं थी. उस दौरान कुछ किसान घायल भी हुए थे. बताया जा रहा है कि किसान के साथ-साथ खेतों में काम करने वाले मजदूर भी उस समय प्रदर्शन कर रहे थे.
23500 रुपए मंजूर नहीं
8736 अध्यापकों का कहना है कि सरकार ने उन्हें 23500 रुपए देकर आंखों में धूल झोंकने का काम किया है। अध्यापकों का आरोप है कि सरकार ने एक बार में ही 23500 रुपए दे दिए हैं जो रिटायरमेंट तक ऐसे ही रहेंगे। न तो अध्यापकों को DA का लाभ मिलेगा और न ही उन पर पंजाब सरकार के CSR रुल्स लागू होंगे।
अध्यापकों ने कहा कि एक तरफ सरकार होर्डिंग्स लगाकर दावे कर रही है कि 8736 अध्यापक पक्के कर दिए। जबकि, हकीकत यह है कि अभी पक्का कोई नहीं हुआ है।


