पंजाब के स्कूलों में करीब 13000 ऐसे टीचर हैं, जो रेगुलर टीचरों की तरह अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन उनको वेतन उस हिसाब से नहीं मिलता है।
नौकरी को पक्का करने की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे टीचर बुधवार को मोहाली में शिक्षा विभाग के दफ्तर के बाहर पहुंचे। इस दौरान 5 टीचर मौका पाकर शिक्षा विभाग की 7वीं मंजिल पर पहुंच गए। उन्होंने हाथों में पेट्रोल की बोतलें पकड़ी हुई थीं। वहीं उन्हें उतारने के लिए पुलिस आगे बढ़ी तो शिक्षक पुलिस से भिड़ गए।
टीचर ग्रिल से कूद कर शिक्षा भवन में घुस गए। इसी दौरान एक महिला टीचर कुलविंदर कौर ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। तबीयत बिगड़ने पर उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।अब कोशिश की जा रही है कि संघर्ष पर चल रहे टीचरों की सरकार के अधिकारियों से मीटिंग कराई जाए और इन लोगों को नीचे उतारा जाए।
जानकारी के मुताबिक पंजाब के स्कूलों में करीब 13000 ऐसे टीचर हैं, जो रेगुलर टीचरों की तरह अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन उनको वेतन उस हिसाब से नहीं मिलता है। इसी तरह वह अन्य सुविधाओं से भी वंचित रह जाते हैं। काफी समय से यह टीचर खुद को रेगुलर करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। पिछली अकाली बीजेपी सरकार के समय में भी संघर्ष हुआ था।
उस समय कांग्रेस की तरफ से भरोसा दिलाया गया था कि जब वे सत्ता में आएंगे तो उन्हें रेगुलर कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया है जिसके चलते टीचरों ने यह राह चुनी है।
प्रदर्शन कर रहे अध्यापकों की मांग है कि उन्हें नौकरी में पक्का किया जाए। जो वेतन भत्ते रुके हैं उन्हें जारी किया जाए। अध्यापकों ने बताया कि सरकार की ओर से सिर्फ चुनावी वायदे किए गए। सरकार घर घर नौकरी का वादा कर रही है। लेकिन जो नौकरी में हैं उनको वेतन नहीं दिए जा रहे। पटियाला में शिक्षा मंत्री व कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ अगर प्रदर्शन किया जाए तो लाठियां बरसाई जाती हैं। लेकिन अध्यापक इससे डरने वाले नहीं। अब अध्यापकों ने आर पार की लड़ाई का मन बना लिया है।
मलोट की टीचर ने निगली सल्फास,हालत स्थिर
पेट्रोल की बोतलें लेकर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे अस्थायी टीचरों की ओर से प्रदशर्न जारी है। इसी बीच रोष प्रदर्शन में पहुंची मलोट की टीचर राजबीर कौर ने सल्फास निगल लिया जिससे उसके हालत खराब होने लगी। इसी बीच पुलिस व रोष प्रदर्शन कर रहे टीचरों की ओर से उसे मोहाली फोर्टिस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। अभी तक तो उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। बिल्डिंग के उपर प्रदर्शन कर रहे टीचर अभी भी नारेबाजी कर रहे है।