कोरोना की मार के बीच अब ब्लैक फंगस भी तबाही मचा रहा है. भारत के कई हिस्सों से ब्लैक फंगस के कई मामले सामने आ रहे हैं. पंजाब सरकार ने ब्लैक फंगस को अब महामारी घोषित कर दिया है
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि सभी सरकारी अस्पतालों और ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में इस बीमारी के इलाज के लिए ज़रूरी दवाओं की उपलब्धता यकीनी बनाया जाए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को यह भी कहा कि ब्लैक फंगस से ग्रस्त मरीजों का जल्द पता लगाने और इलाज के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर तैनात किए जाएं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध मेें आयोजित बैठक में इस बीमारी के जानलेवा खतरे को टालने के लिए इसके जल्द पता लगाने पर ज़ोर दिया।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने डॉ. के.के. तलवार के नेतृत्व वाली कोविड माहिर टीम को कहा कि स्तर 3 स्वास्थ्य केन्द्रों में डॉक्टर यह सुनिश्चित करें कि कोविड मरीजों के इलाज के दौरान अनावश्यक स्टीरॉयड का प्रयोग न हो । उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस बीमारी के मुख्य कारण के तौर पर स्टीरॉयड की पहचान की गई है, ख़ासकर शूगर के मरीज़ों में।