कोरोना वायरस की फर्जी रिपोर्ट तैयार कर लोगों के इलाज के नाम पर लाखों रुपये ठगने के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने अपनी रिपोर्ट पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट को सौंप दी है। एसआइटी को जांच में कई अहम सुबूत मिले हैं। ईएमसी अस्पताल के बैंक खाते से तुली लैब के बैंक खाते में 8,83,315 रुपये ट्रांसफर किए गए हैं।
अस्पताल के खाते से लैब के अकाउंट में ट्रांसफर हुए थे 8.83 लाख
रिपोर्ट में सामने आया है कि अमृतसर की तुली लैब ने कोरोना काल में 1720 टेस्ट किए थे, जिनमें 1608 की रिपोर्ट नेगेटिव व 112 की पॉजीटिव आई। 75 मरीजों को सरकारी व निजी अस्पतालों में भेजा गया। 30 मरीजों को प्राइवेट ईएमसी अस्पताल रेफर किया। अमृतसर के पुलिस कमिश्नर डॉ. सुखचैन ¨सह गिल, एडीसी डॉ. हिमांशु अग्रवाल और सिविल सर्जन ने अपनी रिपोर्ट में आरोपितों की कॉल डिटेल्स, बैंक खातों और कोविड-19 की रिपोर्टो को आधार बनाया है
एसआइटी ने हाई कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
तुली लैब के मालिक रोबिन तुली और ईएमसी अस्पताल के चेयरमैन पवन अरोड़ा के बीच 50 दिनों में 177 बार फोन पर बात हुई। एसआइटी ने अपनी रिपोर्ट में 1 मई से 20 जून तक की कॉल्स की जांच की है। 1 जनवरी से लेकर 30 अप्रैल तक दोनों आरोपितों में केवल नौ बार ही फोन से बात हुई है। इसलिए एसआइटी को गड़बड़ी का शक है।