प्रताप सिंह बाजवा ने आरोप लगाया कि दोनों विधेयक किसानों की आत्मा पर चोट हैं, यह गलत तरीके से तैयार किए गए हैं
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि दोनों विधेयक ऐतिहासिक हैं और इनसे किसानों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा.
संसद के मॉनूसन सत्र का आज सातवां दिन. सरकार ने कृषि संबंधित विधेयकों को राज्यसभा में पेश किया. उच्च सदन में बिल पर चर्चा के बाद कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जवाब दिया. नरेंद्र सिंह तोमर के जवाब देने के दौरान विपक्ष के सांसदों ने जोरदार हंगामा किया. सांसदों ने हंगामा उसभापति के फैसले पर किया. दरअसल, सदन की कार्यवाही 1 बजे पूरी होनी थी. उपसभापति ने कार्यवाही को विधेयक के पारित होने तक बढ़ाने का फैसला लिया. विपक्ष के सांसदों ने इसपर हंगामा शुरू कर दिया. सांसदों ने रूल बुक फाड़ दी और माइक को भी तोड़ दिया.
कृषि विधेयकों को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है, उन्होंने इसे काला कानून करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को पूंजीपतियों का ‘ग़ुलाम’ बना रहे हैं, जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा. राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में इस बिल को लेकर दो सवाल भी किए हैं. पहला कि APMC/किसान मार्केट खत्म होने पर MSP कैसे मिलेगा? और दूसरा कि इस विधेयक में MSP की गारंटी क्यों नहीं?