पंजाब भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। चर्चा है कि भाजपा प्रधान अश्वनी शर्मा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
अब इस पद की कमान के लिए सुनिल जाखड़, कैप्टन अमरेंद्र सिंह और मनप्रीत बादल का नाम सामने आ रहा है लेकिन जाखड़ का नाम मुख्य तौर पर है। कयाज लगाए जा रहे है कि जाखड़ को पार्टी की कमान सौंपी जा सकती है। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की गई है। कहा जा रहा है कि कुछ ही देर में या शाम तक इस नाम पर मुहर लग सकती है।
अश्विनी शर्मा ने पंजाब BJP के प्रधान पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि अभी तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। भाजपा सुनील जाखड़ को पंजाब का नया प्रधान बना सकती है। भाजपा आज ही कई राज्यों के साथ पंजाब में भी नए प्रधान की घोषणा करेगी।
सुनील जाखड़ के नाम पर चर्चा गृह मंत्री अमित शाह की गुरदासपुर रैली से ही शुरू हो गई थी। लेकिन इसकी भनक भाजपा के सीनियर नेताओं को लगने के बाद विरोध भी शुरू हो गया है। यही कारण है कि हाईकमान अभी भाजपा के सीनियर नेताओं को समझाने में जुट गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को सुनील जाखड़ के नाम की घोषणा करने से पहले भाजपा के अंदर विरोध को शांत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। भाजपा का इस समय लक्ष्य लोकसभा चुनाव 2024 है। जिस तरह सुनील जाखड़ को गुरदासपुर में मंच पर पेश किया गया, उससे साफ होता है कि उन्हें प्रधान के अलावा सांसद उम्मीदवार के तौर पर भी तैयार किया जा रहा है।
शांत हो चुका है भाजपा का एक गुट
भाजपा में एक समय में दो नाम कमल शर्मा व अश्विनी शर्मा टॉप पर थे, लेकिन कमल शर्मा के देहांत के बाद एक गुट पूरी तरह से शांत हो गया। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू काफी समय पहले ही भाजपा छोड़ कांग्रेस में आ चुके हैं। इसी बीच अकाली दल से अलग होने के बाद अश्विनी शर्मा ग्रुप भी चुनावों में कुछ खास नहीं कर पाया। जिसके चलते हाईकमान का रुख कांग्रेस छोड़ कर आए एक्सपीरियंस नेताओं की तरफ अधिक हो गया।
सुनील जाखड़ पंजाब के दिग्गज हिंदू नेताओं में शामिल हैं। वे पूर्व मंत्री बलराम जाखड़ के बेटे हैं। उन्होंने कुछ समय पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। वे पंजाब कांग्रेस के प्रधान रह चुके हैं। नवजोत सिद्धू से मतभेदों के चलते जाखड़ ने कांग्रेस छोड़ दी थी। सुनील जाखड़ अबोहर से तीन बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा वे गुरदासपुर के सांसद भी रहे हैं।
सुनील जाखड़ द्वारा निभाए गए किरदार
सुनील जाखड़ पंजाब कांग्रेस में कदावर नेता रहे हैं. वह मई 2022 में भाजपा के राष्ट्रीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) की उपस्थिति में भगवा पार्टी में शामिल हुए थे. 2021 में नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने से पहले उन्होंने 4 साल तक पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष का पद संभाला था.
वह गुरदासपुर से सांसद और अबोहर विधानसभा क्षेत्र से 2 बार विधायक भी रह चुके हैं. 68 वर्षीय जाखड़ ने 2012-2016 के बीच पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में विपक्ष के नेता के रूप में भी काम किया है. वह 2017 में पीपीसीसी प्रमुख बने और उन्हें 2022 चुनावों के लिए अभियान समिति का प्रमुख बनाया गया था.
भाजपा का लक्ष्य- रूरल पंजाब
पंजाब की सियासत की बात करें तो 7 ऐसे बड़े चेहरे हैं, जो भाजपा का दामन थाम चुके हैं.इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा सुनील जाखड़, पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल, पूर्व मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़, राजकुमार वेरका, सुंदर शाम अरोड़ा, बलबीर सिंह सिद्धू और राणा गुरमीत सोढी शामिल हैं. BJP को उम्मीद है कि ये सभी वे चेहरे हैं, जो उन्हें पंजाब की 13 लोकसभा सीटों के लक्ष्य तक पहुंचा सकते हैं.