एनसीईआरटी (NCERT) ने कक्षा 10 की विज्ञान की किताब से रसायन विज्ञान की आवर्त सारणी को हटा दिया है. एनसीआरटी ने बच्चों पर बोझ कम करने के लिए ऐसा किया है.
इन दिनों एजुकेशन सेक्टर में कई तरह के बदलाव किए जा रहे हैं. यह बदलाव एजुकेशन पॉलिसी, कोर्स और किताबों से लेकर पढ़ाने के तौर-तरीके तक में किया जा रहा है. एनसीईआरटी ने भी कई विषयों का सिलेबस बदला है. इस बार 10वीं केमिस्ट्री के सिलेबस में बदलाव किया गया है.
10वीं तक सभी ने केमिस्ट्री विषय की पढ़ाई की होगी. इसमें पीरियोडिक टेबल याद करना आसान नहीं होता था लेकिन इसके बिना काम भी नहीं चलता था (NCERT 10th Periodic Table). अब NCERT ने इस पीरियोडिक टेबल को ही 10वीं कक्षा की केमिस्ट्री किताब और सिलेबस से बाहर कर दिया है (NCERT 10th Chemistry Syllabus). अभी इस फैसले की वजह सामने नहीं आई है.
सिलेबस से क्या-क्या हुआ बाहर?
एनसीईआरटी ने अपनी किताबों से तत्वों के पीरियोडिक क्लासिफिकेशन, चार्ल्स डार्विन के विकास के सिद्धांत, पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति, मानव विकास, आनुवंशिकता और सोर्स ऑफ एनर्जी जैसे विषयों को स्थायी रूप से हटा दिया है (NCERT 10th Chemistry Syllabus 2023). फिलहाल इसके पीछे की वजह को स्पष्ट नहीं किया गया है.
आलोचकों ने किया इसका विरोध
एनसीईआरटी इन दिनों सिलेबस में तेजी से बदलाव कर रही है. हाल ही में 9वीं और 10वीं कक्षा की पाठ्यपुस्तकों से चार्ल्स डार्विन के विकासवाद के सिद्धांत को हटाने के लिए काफी विरोध हुआ था. वही जारी किया गया, पाठ्यपुस्तकों में आवर्त सारणी, प्रदूषण और जलवायु से संबंधित विषयों सहित कई और अध्यायों की कटौती का पता चला है. आलोचकों का तर्क है कि जल, वायु प्रदूषण, संसाधनों और विभिन्न ऊर्जा स्रोतों पर अध्यायों को हटाना आज की दुनिया में इन विषयों की प्रासंगिकता का खंडन करता है.
12 वीं क्लास के राजनीति विज्ञान में किताब में बड़ा बदलाव
पिछले साल जून में, कोविड-19 को महामारी बताने वाले विभिन्न पाठों को कक्षा 10 की पाठ्यपुस्तकों से हटा दिया गया था. ऐसा बच्चों पर बोझ कम करने के लिए किया गया है. हालांकि अब नई किताबें बाजारों में उपलब्ध हैं. इसके साथ ही आनंदपुर साहिब संकल्प के संदर्भ में 12वीं कक्षा के राजनीति विज्ञान से खालिस्तान और अलग सिख राष्ट्र से संबंधित विषयों को हटा दिया गया है. यह बदलाव शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की ओर से आपत्ति दर्ज कराने के बाद किया गया है. अब आने वाले समय भी ऐसे कई बदलाव देखे जा सकते हैं.