पंजाब में विजिलेंस ब्यूरो ने आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफट्टा को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है. विजिलेंस की टीम ने उन्हें रिश्वत लेते पकड़ा था.
पंजाब की बठिंडा ग्रामीण सीट से विधायक एवं आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अमित रतन कोटफत्ता को विजिलेंस ब्यूरो ने रिश्वत के एक मामले में गिरफ्तार किया है.एक शीर्ष अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी.इससे कुछ ही दिन पहले पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने विधायक के निकट सहयोगी रशिम गर्ग को इसी मामले में पकड़ा था.ब्यूरो के एक शीर्ष अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि कोटफत्ता को गिरफ्तार किया गया है.
अधिकारियों के मुताबिक विधायक अमित रतन से बठिंडा सिविल लाइन थाने में पूछताछ की जा रही है और जल्द ही मेडिकल जांच के लिए बठिंडा सिविल अस्पताल ले जाया जाएगा. सूत्रों ने बताया कि सतर्कता अधिकारियों द्वारा पूछताछ के लिए बुलाए जाने के चार दिन बाद विधायक की गिरफ्तारी हुई है. विजिलेंस टीम ने 17 फरवरी को पंजाब के बठिंडा सर्किट हाउस से विधायक रतन के निजी सहायक राशिम गर्ग को एक सरपंच से कथित रूप से 4 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था.अधिकारियों के मुताबिक सरपंच के पति ने विधायक के पीए पर अमित रतन का नाम लेकर पांच लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया, जिसके बाद शिकायतकर्ता विजिलेंस टीम के साथ सर्किट हाउस पहुंची. सर्किट हाउस में पीए को रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा गया. अधिकारियों ने कहा कि मामले की आगे की जांच चल रही है.
गर्ग को बठिंडा में घुद्दा ग्राम प्रधान के पति द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद 16 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आरोपी 25 लाख रुपये का सरकारी अनुदान जारी करने के बदले में पांच लाख रुपये की रिश्वत मांग रहा है. बठिंडा में सतर्कता ब्यूरो के दल ने गर्ग को चार लाख रुपये नकद राशि के साथ पकड़ा.इससे पहले, कोटफत्ता ने गर्ग के साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया था.उन्होंने विपक्षी दलों पर पंजाब में ‘आप’ की सरकार को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था.
ये है पूरा मामला
आरोप है कि 16 फरवरी को पंजाब के बठिंडा (रुरल) से आम आदमी पार्टी के विधायक अमित रतन कोटफत्ता ने अपने पीए रिशम गर्ग के माध्यम से गांव घुद्दा की महिला सरपंच के पति से पंचायत का बिल पास करने के बदले 4 लाख रुपए की रिश्वत ली थी. पैसे विधायक की गाड़ी से बरामद हुए हैं. विजिलेंस ने ट्रेप लगाकर ये कार्रवाई की थी. बठिंडा सर्किट हाउस में ये पैसे दिए गए थे और उस वक्त विधायक भी मौके पर मौजूद थे.
मुद्दा बना रही थी विपक्षी पार्टियां
उस वक्त भी विधायक को हिरासत में लिया गया था लेकिन बाद में पूछताछ करके देर रात छोड़ दिया गया था. लेकिन घटना के बाद से ही विपक्षी पार्टियां और रिश्वत का आरोप लगाने वाले सरपंच के पति लगातार विधायक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे थे. जिसके बाद जांच पूरी करके विजिलेंस ने विधायक को गिरफ्तार किया है. विधायक का वीडियो सामने आने के बाद से ही विपक्षी पार्टियां राज्य की मान सरकार पर गिरफ्तारी की दबाव बना रही थीं.