दीपक सलवान / एडिटर इन चीफ / आवाज ए विरसा
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी बजट (Budget 2023) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टूरिज्म सेक्टर (Tourism Sector) के लिए बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि देश में पर्यटन को लेकर काफी आकर्षण है और सरकार इस दिशा में मिशन मोड में काम करने वाली है। इसके जरिए लोगों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने ऐलान किया कि देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक ऐप भी बनाया जाएगा, जिस पर हर जरूरी जानकारी उपलब्ध होगी। इसके लिए स्वदेश-दर्शन स्कीम लागू की जाएगी। स्कीम के लिए 50 जगहों का चयन किया जाएगा।
‘देखो अपना देश’ योजना के तहत पर्यटकों को होटल का किराया, यात्रा और प्रवेश शुल्क में रियायत मिलेगी. इसके अलावा उन लोगों को वित्तीय सहायता भी दी जाएगी जो अक्सर या दूर के पर्यटन स्थलों की यात्रा करते हैं.
वित्त मंत्री ने कहा कि थीम आधारित पर्यटन क्षेत्र को भी बढ़ावा देने के लिए ‘स्वदेश दर्शन योजना’ की शुरुआत की गई थी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट विलेज प्रोग्राम के तहत सीमावर्ती गांवों में पर्यटन के बुनियादी ढांचे और सुविधाओं को भी सुगम बनाया जाएगा.
क्या है देखो अपना देश
इस योजना का मुख्य उद्देश्य भारत के घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देना है। इसी मकसद से इस योजना के तहत पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए देश के करीब 50 पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा। साथ ही उन्हें बढ़ावा भी दिया जाएगा। इस योजना के तहत आने वाले यात्रियों को सस्ते दामों पर होटल बुकिंग, यात्रा और प्रवेश शुल्क समेत कई फायदे दिए जाएंगे। देखो अपना देश योजना के तहत खासकर ऐसे लोगों को वित्तीय मदद दी जाएगी, जो दूरदराज के कम प्रचलित इलाकों की यात्रा करते हैं।
50 स्थल होंगे विकसित
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इस योजना के तहत देश के कुल 50 स्थलों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि इस योजना का मकसद लोगों को भारत की समृद्ध विरासत और जीवंत संस्कृति की तरफ आकर्षित करना है। वित्त मंत्री ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य मध्यमवर्गीय लोगों को विदेश की जगह भारत में यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के जरिए न सिर्फ पर्यटन उद्योग में रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी फायदा मिलेगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य
पर्यटन को बढ़ावा देने के मकसद से शुरू की गई इस योजना के तहत सरकार एक विशेष वेबसाइट बनाएंगी। साथ ही इसके लिए टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर भी लॉन्च किया जाएगा। इतना ही नहीं एक जिला एक उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख पर्यटन स्थलों पर यूनिटी मॉल भी खोले जाएंगे। इस मॉल में हस्तशिल्प के कई उत्पाद उपलब्ध होंगे। गौरतलब है कि लोगों को देश में ही घूमने के लिए प्रोत्साहित करने और घरेलू पर्यटन सुविधाओं को बढ़ावा देने के मकसद से पर्यटन मंत्रालय ने साल 2020 में ‘स्वदेश दर्शन योजना’ की शुरुआत की थी। इस योजना का मुख्य मकसद लोगों को स्वदेश दर्शन के प्रति आकर्षित करना है।
पर्यटन क्षेत्र पर वित्त मंत्री की घोषणा
- 50 पर्यटन स्थलों की पहचान की जाएगी। इस पर्यटन स्थलों को विकसित किया जाएगा।
- इस चयनित पर्यटन स्थलों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन के तौर पर संपूर्ण पैकेज के रूप में विकसित किया जाएगा।
- स्वदेश दर्शन योजना के तहत पर्यटन को बढ़ावा दिया जाएगा।
- प्रदेशों की राजधानी में यूनिटी मॉल खोलने की तैयारी है।
- इन यूनिटी माॅल के तरत वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट और हैंडीक्राफ्ट उत्पादों को बढ़ावा देना लक्ष्य है।
- पर्यटन के क्षेत्र में युवाओं के लिए रोजगार के अवसर दिए जाएंगे।
किन पर्यटन स्थलों को बढ़ावा
स्वदेश दर्शन योजना में जिन सर्किटों की फिलहाल पहचान की गई, उस में बौद्ध तीर्थ स्थल, 5 राज्यों के 12 डेस्टिनेशन पर कृष्ण तीर्थ स्थल, रामायण सर्किट यानी भगवान राम से संबंधित पर्यटन स्थल, प्राचीन सूफी परंपरा को कायम रखने वाले पर्यटन स्थल, जैन तीर्थ स्थल, आध्यात्मिक सर्किट जिसमें सात राज्य शामिल हैं आदि को पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा। इसके अलावा नार्थ ईस्ट सर्किट, इको सर्किट, ट्राइबल सर्किट, हेरिटेज सर्किट, वाइल्ड लाइफ सर्किट के संभावित पर्यटन स्थलों को बेहतर सुविधा देकर पर्यटन के लिए बढ़ावा दिया जाएगा।
स्वदेश दर्शन योजना की विशेषताएं
इस योजना में गंगा किनारे बसे सभी पर्यटन स्थलों में आवश्यकतानुसार छोटे गेस्ट हाउस, छोटे हट, पार्क आदि बनवाए जाएंगे।
योजना के तहत चुने गए शहरों के पर्यटन स्थलों को रिनोवेट किया जाएगा।