दीपक सलवान / एडिटर इन चीफ / आवाज ए विरसा
मेटावर्स क्या है? What is metaverse in hindi? आइये जानते है मेटावर्स के बारे में वो सब कुछ जो आप जानना चाहते है?
फ्रेंड्स हम सब आज-कल अपने इर्द-गिर्द एक विशेष प्रकार की दुनिया के बारे में बात होते सुनते है और वो दुनिया है “मेटावर्स” जो एक “वर्चुअल वर्ल्ड” अर्थात “आभासी दुनिया” होने वाली है। हालाँकि मेटावर्स नाम की वर्चुअल वर्ल्ड अभी हमारे बीच नहीं आयी है लेकिन इसका नमूना कई स्थानों पर वर्तमान में भी देखने को मिल सकता है और भविष्य में मेटावर्स नाम की भी वर्चुअल वर्ल्ड हमारे बीच बसने वाली है, जिसकी तैयारी बड़ी-बड़ी कंपनियां Facebook, Google, Nvidia इत्यादि द्वारा जोरों से चल रही है, इसे Next Level की दुनिया माना जा रहा है।
ऐसे में क्या आपको पता है कि आखिर यह मेटावर्स (Metaverse) है क्या?जो इतनी हलचल है,मेटावर्स कैसे काम करने वाला है? इसकी दुनिया कैसी होने वाली है?मेटावर्स में मनुष्य क्या-क्या कर पायेगा? क्या होंगे इसके लाभ तथा क्या होंगे इसके हानियाँ? अगर ऐसे ही सवालों के बारे में जानने के लिए यहाँ तक आये है तो आप सही जगह है क्योंकि आज हमलोग इस टॉपिक में “मेटावर्स” के बारे में ही चर्चा करने जा रहे है, इसलिए आपसे आग्रह है कि पूरी आर्टिकल को ध्यानपूर्वक पढ़ें….
मेटावर्स क्या है? Metaverse kya hai?
मेटावर्स शब्द अंग्रेजी के दो अक्षरों से मिलकर बना है Meta और Verse, इनमे Meta का मतलब होता है Beyond अर्थात “आगे” और Verse जिसे Universe वर्ड से लिया गया है जिसका मतलब होता है “ब्रह्माण्ड”, इस प्रकार मेटावर्स का पूरा मतलब होता है ब्रह्माण्ड से भी आगे, यानि मेटावर्स हम सब के बीच टेक्नोलॉजी बेस पर निर्मित एक ऐसी दुनिया होनेवाली है जो इस भौतिक दुनिया से भी आगे जानेवाली है परंतु यह एक डिजिटल वर्चुअल दुनिया होगी और ऐसा कहा जा रहा है की इसमें वो सब कुछ होगी और वो सब कुछ कर पाएंगे जो इस भौतिक दुनिया में होती है।
बताया जा रहा है कि इस डिजिटल वर्ल्ड (वर्चुअल वर्ल्ड) में घर, जमीन, जगह, शहर, पहाड़, होटल, सिनेमाघर इत्यादि सब कुछ होनेवाली है जैसा की हमारे इस फिजिकल वर्ल्ड में होता। सीधी शब्दों में कहें तो इसी फिजिकल दुनिया का एक 3D रूप इस वर्चुअल दुनिया में भी होने वाली है। इस दुनिया में भी हम सब अपने एसेट्स की खरीद – बिक्री भी कर पाएंगे, हम सब अपने दोस्तों, सगे-संबंधियों से दूर रहते हुए भी क्षण मिनटों में Virtually बिलकुल आमने-सामने महसूस करते हुए मिल पाएंगे, एक जगह से दूसरे जगह घूमने जा पाएंगे, खेल पाएंगे, दूर रहते हुए भी एक साथ क्लासरूम में पढ़ पाएंगे, यहाँ तक की एक दूसरे को छू भी पाएंगे और महसूस भी कर पाएंगे।
वर्तमान में तो ये सब असंभव सा लग रहा है परन्तु वास्तविकता यह है की जब तक कोई चीज हमारे बीच में एक्सिस्ट नहीं करती है तब तक सब कुछ हमेशा से ही असंभव ही लगता है जैसा की पहले इन्टरनेट के बारे में सुनने पर लगता था। इन्टरनेट के हमारे बीच में आने से पहले जब ऐसा कहा जाता था की इन्टरनेट के आ जाने से दुनिया बदल जाएगी और सब कुछ घर बैठे होने लगेगा जैसे- ऑफिसियल काम घर बैठे कर पाएंगे, छन मिनटों में हम अपने परिवार के सदस्य या दोस्तों से दूर रहते हुए भी बिलकुल Face to Face विडियो कॉल करके बात कर पाएंगे, ऑनलाइन पढाई कर पाएंगे, ऑनलाइन व्यापार कर पाएंगे इत्यादि, तो ये सब भी उस समय असंभव ही लगता था पर आज क्या है वो सब कुछ ऑनलाइन ही हो रहा है जिसकी कल्पना शायद पहले कोई नहीं किया होगा। वैसा ही कुछ मेटावर्स के साथ भी हो सकता है। हालाँकि जब तक यह भी हमारे बीच में एक्सिस्ट नहीं करता है तब तक इसके बारे में भी कुछ नहीं कहा जा सकता है।
मेटावर्स कैसे काम करेगा?
वास्तव में मेटावर्स सॉफ्टवेयर के उपयोग से बनाई गयी एक वर्चुअल दुनिया होगी जिसमे हमारे इस पूरी फिजिकल दुनिया का 3D रूप होगा जो किसी डाटा सेंटर के सर्वर पर होस्ट होगा और ऑनलाइन इसे इन्टरनेट के जरिए एक्सेस किया जा सकेगा। इसे ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसी कई टेक्नोलॉजी के कॉम्बिनेशन से बनाया जायेगा और इन सब टेक्नोलॉजी के जरिए ही हम सब इसका आनंद ले सकेंगे।
जैसा की हम सब जान पा रहे है की मेटावर्स एक वर्चुअल दुनिया होगी ऐसे में ये दुनिया हमारे इस फिजिकल वर्ल्ड में सीधी कहीं दिखने वाली नहीं है परन्तु कुछ इलेक्ट्रॉनिक गैजेट और डिवाइसेस (जैसे- VR Headset) का इस्तेमाल करके इसमें एंटर कर पाएंगे और इसे महसूस किया जा सकेगा जैसा की किसी 3D Game में होता है, मेटावर्स में भी एंटर करने के लिए हमें VR Headset, Sensing Device इत्यादि लगाना होगा फिर वो दुनिया हमारे सामने दिखेगी और ऐसा महसूस होगा की हम वास्तव में किसी एक नई दुनिया में है। इसी तरह से अन्य सभी लोग भी इस वर्चुअल वर्ल्ड में एंटर करेंगे।
उदाहरण के लिए ऐसा सोचा जाय की यदि आप और आपका दोस्त दोनों एक-दुसरे से दूर रहते हुए भी यदि एक साथ इस दुनिया एंटर करते है तो ऐसा हो सकता है की हम दोनों एक प्लान के तहत किसी खास लोकेशन पर मिलने के बारे में सोचें और मिलें, फिर क्या मिलकर आमने-सामने होने जैसा महसूस कर सकते है और बातें कर सकते है, किसी दुसरे लोकेशन पर एक साथ घुमने जा सकते है।
यहाँ ध्यान देने वाली बात है की यह एक 3D वर्चुअल दुनिया होगी, इसमें किसी मानव का फिजिकल रूप एक्सिस्ट नहीं करने वाला है, बल्कि हमारे जैसे सभी मानव का एक Avtar जो एक 3D Character होता है वही एक्सिस्ट करेगा, हालाँकि हमारा Avtar बिलकुल हमारे जैसे ही दिखेंगे इसलिए यहाँ भी हम सब एक दुसरे को पहचान पाएंगे और ऐसा महसूस कर पाएंगे की हम सब आमने-सामने है जैसा की इस फिजिकल वर्ल्ड में होता है।
ऐसा कहा जा रहा है की मेटावर्स में भी हम अपने एसेट्स अर्थात संपत्ति खरीद सकेंगे, व्यापार कर सकेंगे इत्यादि। हालाँकि ये सब Blockchain Technology पर काम करेगा। हम सब सोच सकते है की जब यहाँ एक पूरी दुनिया होगी तो यहाँ कोई मुद्राएँ भी चलेगी जिसके आदान-प्रदान से हम सब खरीद-बिक्री कर पाएंगे, वास्तव में ऐसा ही कुछ होने वाला है पर यहाँ कोई रूपये या डॉलर नहीं चलने वाला है बल्कि क्रिप्टोकरेंसी वाला कांसेप्ट रहने वाला है जिसके उपयोग, आदान-प्रदान से हम इस दुनिया में अपनी दुनिया बसायेंगे।
Metaverse की 3D दुनिया कैसी रहेगी?
आपने हॉलीवुड की बहुत ही लोकप्रिय फिल्म अवतार तो देखी ही होगी। इस फिल्म में 3D दुनिया को बहुत ही बेहतर तरीके से दिखाया गया है। इसी तकनीकी को अब हकीकत में लाने की कोशिश की जा रही है।
हर क्षेत्र की कंपनियां जैसे की हॉस्पिटैलिटी, टेलीकॉम, बैंकिंग, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर इत्यादि क्षेत्र की कंपनियो को आपस में मिलकर एक नया इको सिस्टम का निर्माण करना होगा। तब लेक Metaverse को असल दुनिया में लाया जा सकेगा।
Metaverse की 3D दुनिया में हमे ये चीजें देखने को मिलेगी-
1. Avatars (अवतार्स)
Avatar का मतलब है किसी इंसान का प्रतिरूप। Metaverse में लोग अपने हिसाब से अपने अवतार का निर्माण कर सकेंगे साथ ही Physical Characteristics और Personalities को भी धारण करने में सक्षम होंगे।
2. Components के अंदर प्रवेश कर सकते हैं?
वर्तमान समय में भले ही लोग Metaverse के बारे में कम जानते हो लेकिन कुछ स्थानों में Metaverse के Components का इस्तमाल किया जा रहा है। जैसे की Virtual Shopping, Casinos, Games आदि।
लेकिन अभी भी हमे एक ऐसी Platform की जरूरत है जो हमे हमारे ही अवतार में सभी जगहों पर जाने की सुविध Provide करें। Metaverse के आने के बार हम इस सुविधा का लाभ भी उठा सकेंगे।
3. आकस्मिक उपयोगकर्ता व्यवहार
आप सभी लोग ये तो सोचते ही होंगे न की काश कोई ऐसा भी गेम होता जहां हम जो चाहे वो कर सकते और कोई भी लिमिट न हो। लेकिन जितने भी मोबाइल और कंप्यूटर गेम है उनमें अधिकतर गेम में ऐसा करने को नहीं मिलता। काफी सारी लिमिटेशन होती है।
लेकिन दोस्तों Metaverse में आपको कोई भी लिमिट नहीं मिलेगी यानी की जो मन में आए वो करो।
4. बेहतर User Experience
अगर एक बेहतर तकनीकी का निर्माण किया जाए तो बेहतर Metaverse बनाया जा सकेगा। जहां User Experience भी अच्छा रहेगा। फिलहाल हमारे पास जो High-Quality Virtual Reality Headsets, Faster Networks, Better Computers, Augmented Reality आदि चीजें है उन्हे और भी बेहतर बनाना चाहिए।
इससे User Experience और भी बेहतर रहेगा। साथ ही ऐसी Technology भी बनाना होगा जिससे Digital Twins बनाया जा सके। मतलब की असल दुनिया में मौजूद Physical चीज़ें जैसे की Car, Buildings या Bridges का रूपांतरण Metaverse में हो।
साथ ही Haptic Technology यानी की यह User को एक ऐसा अनुभव पैदा करेगा जो उसको Touch या Motion का आभास कराएगा। यह बहुत ही जरूरी है Metaverse के लिए।
5. Interoperable (इंटरोऑपरेबिलिटी)
वर्तमान समय में आप Gmail का इस्तेमाल तो करते ही होंग, इसमें काफी सारी चीजों को भी स्टोर करके रखा होगा या Google Photos का भी इस्तेमाल आप करते होंगे जिसने आपके फोटोज़ स्टोर होंगे। यह तो हुई वास्तविक दुनिया की बात लेकिन Metaverse में ऐसा नहीं होगा, सब चीज बदल जायेगा।
वर्चुअल दुनिया (Metaverse) में सभी चीजें Interoperable (इंटरोऑपरेबिलिटी) होंगी। इसमें Digital Assets, Content तथा Data को कहीं भी, कभी भी, किसी भी जगह आप ले जा सकेंगे। यानी की अगर आप वर्चुअल दुनिया में कोई चीज खरीदते हैं, जैसे की कार, तो फिर आप उस कार को अपने अवतार के साथ कहीं भी ले जा सकेंगे।
Metaverse का इस्तेमाल कब तक हम कर सकेंगे? (How long will we be able to use Metaverse?)
दोस्तों वर्तमान में तो सिर्फ इस Metaverse की वर्चुअल दुनिया का कल्पना किया जा रहा है। यह कल्पना असल दुनिया में जब संभव होगा, इसके बारे में अभि कुछ नहीं कहा जा सकता।
खुद मार्क जुकरबर्ग ने कहा है की इस Technology को आने में अभी भी काफी समय लगेगा।
Metaverse से हमारे जीवन में क्या बदलाव आएगा?
आज हर व्यक्ति की जिंदगी सकार रूप से गुजर रही है। Metaverse को लेकर मात्रा वर्चुअल दुनिया का ही कल्पना किया जा रहा है। इसके आ जाने के बाद हर व्यक्ति अपनी पसंद की हर चीज और खूबसूरत दुनिया में जाकर उसका Live आनंद ले सकेगा।
इस वर्चुअल दुनिया को वसूल दुनिया भी माना जा रहा है क्योंकि इसकी मदद से लोग पलक झपकते ही अपनी पसंद की चीजों का लाभ उठा पाएंगे और उसको उपयोग भी कर सकेंगे। वर्तमान में आप अपने स्मार्टफोन से Vidio Calls की मदद से लाइव शो जैसे चीजों का आनंद लेते हैं
कितनी Metaverse के आ जाने के बाद यह पूरी तरह से बदल जाएगा साथ ही लोगों का जीने का तरीका भी बदलेगा। Metaverse में डिजिटल क्लोथिंग का जमाना भी देखा जा सकेगा। लेकिन दोस्तों जानकारी के लिए बता दे की आपको इस वर्चुअल दुनिया में घूमने के लिए कई प्रकार की डिजिटल उपकरणों की जरूरत पड़ेगी।
Metaverse की विशेषताएं (Benefits Of Metaverse)
हमारे जीवन में जब Metaverse आ जायेगा तब हमे इससे काफी फायदा होगा। जैसे की-
- इसका सबसे बड़ा फायदा यह है की हम इसकी सहायता से अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और अनजान लोगों के साथ भी संपर्क कर सकते हैं।
- इसकी मदद से हम वर्चुअल दुनिया में कहीं भी आ-जा सकते है। घूम सकते है, काम कर सकते है, ट्रेवलिंग कर सकते हैं, कलाकृति देख/बना सकते है, माउंटेन में चढ़ सकते है, स्विमिंग कर सकते है यानी की अगर मैं सीधी भाषा में बालू तो हम जो चाहें वो कर सकते है।
- इसके मदद से हम असल दुनिया और वर्चुअल दुनिया के अंतर को सही तरीके से समझ सकेंगे।
- यह मेटावर्स एक तरह से Internet का Updated Version है। इसमें हम एक दूसरे से दूर हो कर भी आपस में संपर्क कर सकते हैं, एक दूसरे को छू सकते है, बैठ सकते है, हाथ मिला सकते है इससे असल जिंदगी में जो लोग एक दूसरे से काफी ज्यादा दूर है उन्हे वर्चुअल दुनिया की सहायता से दूरी महसूस नहीं होगी।
- यहां हम अपनी पसंद की कार, बाइक, घड़ी, मोबाइल, घर, महल इत्यादि चीजें खरीद सकते हैं।
Metaverse के रियल लाइफ Examples
आप इसे इस तरह समझ सकते है की जब आपका मन करेगा तब आप डिजिटल उपकरणों जैसे की हेड फोन लगाकर या किसी मशीन में बैठकर एक ऐसी दुनिया में प्रवेश करेंगे जहां आपको हर चीज असली महसूस होगा।
आप जो काम असल जिंदगी में करते है उसे इस वर्चुअल दुनिया में भी कर सकेंगे। फिर चाहे वो गेम खेलना हो, सोना हो, कुछ सीखना या सिखाना हो दोस्तों या रिश्तेदारों के साथ गेट टुगेदर हो इत्यादि चीजें।
क्या Metaverse से हमे नुकसान हो सकता है?
यह एक कंपलेक्स कॉन्सेप्ट् है। क्योंकि यहां हर चीज 3D में रहेगा लेकिन ये किसी असली दुनिया से कम नहीं लगेगा। लेकिन मैंने आपको पहले ही बता दिया है की इसमें प्रवेश करने के लिए डिजिटल उपकारों की जरूरत पढ़ेगी। अब कोई व्यक्ति हर समय तो इन डिजिटल उपकारों से चिपका यानी इसे लगाए तो नही रह सकता न। उसे कुछ मुस्किलों का सामना तो करना ही पड़ेगा।
इससे ऐसा भी हो सकता है को लोगों को उनकी असली दुनिया से ज्यादा Metaverse की वर्चुअल दुनिया ही पसंद आ जाए और वे इसके आदि हो जाए यानी लोगों को Metaverse की लत भी लग सकती है। जैसे वर्तमान समय में लोग हर वक्त मोबाइल चलाते रहते है।
ऐसा भी हो सकता है की लोग वर्चुअल दुनिया की चीजों को अधिक पसंद करने लगे और अपनी असली जिंदगी की चीजों से बोर हो जाए।
Metaverse की चुनौतियां
Metaverse का निर्माण करने के लिए जिन चीजों की जरूरत पड़ेगी वे सभी चीजें वर्तमान समय में हमारे पास उपस्थित नहीं है। इसका निर्माण करना चुनौती भरा काम होगा।
हम अभी जिस Internet का इस्तेमाल करते है, उसमे काफी सारी लिमिटेशन है। हम उस लिमिट से अधिक कुछ नहीं कर सकते। Metaverse के लिए इंटरनेट की स्पीड को और भी अधिक बढ़ाना होगा। फिलहाल हमारे पास 4G है, जो काफी तेज है लेकिन इतना तेज नहीं की पूरी तरीके से Metaverse इसमें चल सके।
क्योंकि इसका उपयोग करोड़ों लोग एक साथ करेंगे तब 4G के किए इसे संभालना बहुत ही मुश्किल होगा। लेकिन अगर 6G का उपयोग किया जाए तो Metaverse कुछ हद तक संभव हो सकेगा। क्योंकि फास्ट इंटरनेट के अलावा और भी कई प्रकार के डिवाइस तैयार करना होगा। तब जाके पूरे तरीके यह संभव होगा।
जब करोड़ो लोग इसका इस्तेमाल करेंगे तो इसमें लोगों के Data की सेफ्टी के लिए सवाल उठना भी लाजमी है। जो भी कंपनी इस्का निर्माण करेगी उसे Users के Data की सेफ्टी पर भी ध्यान देना होगा अन्यथा Metaverse के प्रति लोग काम रुचि दिखाएंगे।
कौन कौन सी कंपनियां Metverse पर काम कर रही है?
मेटावर्स Advance Technology से बनाया जायेगा, इसे बनाने के लिए कई सारे टेक्नोलॉजी कंपनियां जैसे Microsoft, Fortnite, Google, NVIDIA, Roblox Crop आदि एक साथ मिलकर इसको तैयार करने में लगी हुई है।
पहले मेटावर्स को समझें
मेटावर्स (Metaverse) शब्द सुनने में काफी जटिल है. आसान शब्दों में समझें तो मेटावर्स एक तरह की आभासी दुनिया है. इस तकनीक से आप वर्चुअल आइंडेंटिटी के जरिए डिजिटल वर्ल्ड (Digital World) में घुसते हैं. यह एक अलग दुनिया होती है और यहां आपकी अलग पहचान होती है. इस पैरेलल वर्ल्ड में आप घूमने, शॉपिंग करने और दोस्तों से मिलने का मौका भी मिलता है. मेटावर्स ऑगमेंटेड रियलिटी, वर्चुअल रियलिटी, मशीन लर्निंग, ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी कई टेक्नोलॉजी को मिलाकर काम करता है.