भारतीय जनता पार्टी (BJP) लोकसभा 2024 की तैयारियों में जुट गई है। पंजाब में पार्टी किसी भी दल से गठबंधन नहीं करेगी। वह अकेले दम पर सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसका एलान कर दिया गया है।
अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) होंगे. भाजपा (BJP) और दूसरे राजनीति दल अभी से चुनावी गुणा भाग करने में जुट गए हैं. खासकर भाजपा ने अभी से ही अपनी चुनावी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. इसको लेकर वह अपने गठबंधन दलों पर भी पूरा फोकस कर रही है. साथ ही उन गठबंधन सहयोगियों पर अपनी राय साफ कर रही है जिनके साथ उनका करार टूट गया है. ताजा उदाहरण पंजाब का है. पंजाब भाजपा ने अपने पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ दोबारा गठजोड़ की संभावनाओं को सिरे से नकार दिया है.
राज्य भाजपा प्रमुख अश्विनी शर्मा ने कहा है कि भाजपा शिरोमणि अकाली दल (SAD) के साथ कभी गठबंधन नहीं करेगी. हमने उसे नहीं छोड़ा, लेकिन उसने हमें ऐसे समय में छोड़ दिया जब हमें उनके समर्थन की जरूरत थी.
अश्विनी शर्मा ने कहा कि इसके अलावा यह कोई राजनीतिक गठबंधन नहीं था, बल्कि घाटे का सौदा था. क्या आपने कभी ऐसे राजनीतिक गठबंधन के बारे में सुना है जहां एक आदमी मुख्यमंत्री होता है और उसका बेटा उपमुख्यमंत्री होता है? हमें उस गठबंधन में सिर्फ 17 फीसदी सीटें मिली थीं. उन्होंने कहा कि अब हम आगामी लोकसभा चुनाव में सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे.
शिअद ने खराब की भाजपा की छवि
शर्मा ने कहा कि अकाली दल ने गांवों में हमारी छवि खराब की है. यहां तक कि कांग्रेस ने भी हमें ग्रामीण क्षेत्रों में इतना निशाना नहीं बनाया था. शिअद के साथ हमारे गठबंधन के दौरान जब भी हमारे नेता किसी ग्रामीण इलाके में जाते थे तो उसके नेता हमें रोकते थे. यह सिर्फ इसलिए था क्योंकि हम ग्रामीण क्षेत्रों में कोई चुनाव नहीं लड़ रहे थे.
वे रविवार को मलोट में नवनियुक्त जिला अध्यक्ष सतीश असीजा के ताजपोशी समागम में पहुंचे थे। शिअद पर कटाक्ष करते हुए अश्वनी शर्मा ने कहा कि उनका शिअद से गठबंधन पहले भी सियासी नहीं था, वो भी पंजाब के हालात सुधारने के उद्देश्य से किया गया था। शिअद भाजपा का साथ उस समय छोड़कर भाग गया जब भाजपा को पंजाब में शिअद की जरूरत थी। ये कैसा सियासी गठबंधन है, जिसमें पिता मुख्यमंत्री थे और बेटा उप मुख्यमंत्री।
उन्होंने कहा कि प्रदेश का भला सिर्फ भाजपा कर सकती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जहां श्री करतारपुर साहिब का रास्ता खुलवाने का कार्य किया। वहीं काली सूची में पड़े बंदी सिंहों की रिहाई के लिए भी उचित कदम उठाए हैं। साथ ही बीते दिनों ही वीर बाल दिवस भी मनाया गया है।
आप पर साधा निशाना
अश्वनी शर्मा ने कहा कि पंजाब में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। रोजाना ही कत्लेआम, डकैती, लूटपाट हो रही है। लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। पंजाब के लोगों ने आप को बहुमत से जिता तो दिया लेकिन जीत के बाद ये सरकार कुंभकर्ण की नींद सो रही है। अब लोगों की अगली आस सिर्फ भाजपा से है क्योंकि लोग शिअद, कांग्रेस और आप का कार्यकाल देख चुके हैं।