- चीन, जापान, थाईलैंड सहित 5 देशों से आने वालों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य
- एयर सुविधा फॉर्म में करेंट हेल्थ स्टेटस की सही जानकारी अनिवार्य रूप से देनी होगी
कोरोना अब फिर से जिस तरीके से चीन में कहर बरपा रहा है, उसे देख भारत की भी सिरदर्दी बढ़ने लगी है. यही वजह है कि भारत की तरफ से भी एहतियाती कदम उठाए जाने लगे हैं. अब चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले पैसेंजर्स के लिए आरटी-पीसीआर परीक्षण अनिवार्य कर दिया गया है. एयरपोर्ट पर पहुंचने पर अगर इन देशों के किसी भी यात्री में कोविड-19 के लक्षण पाए जाते हैं या उसका परीक्षण सकारात्मक पाया जाता है, तो उसे क्वारंटाइन में रखा जाएगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने शनिवार को कहा कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से भारत आने वाले यात्रियों में कोरोना वायरस संक्रमण का पता लगाने के लिए उनकी आरटी-पीसीआर जांच अनिवार्य की जाएगी. मांडविया ने कहा कि इन देशों के किसी भी यात्री में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण पाए जाने या जांच में उनमें संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें पृथक रखा जाएगा.
उन्होंने यह भी कहा कि इन देशों से आने वाले यात्रियों को एक फॉर्म भरकर अपनी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी देनी होगी. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीन और अन्य देशों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए बृहस्पतिवार को लापरवाही के प्रति आगाह करते हुए कड़ी निगरानी का आह्वान किया था. उन्होंने निर्देश दिया था कि फिलहाल जारी निगरानी उपायों को, विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर लागू उपायों को मजबूत किया जाए.
भरना होगा एयर सुविधा फॉर्म
इसके साथ ही सरकार ने भारत आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए फिर से एयर सुविधा फॉर्म करना अनिवार्य कर दिया है। चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति घोषित करने के लिए एयर सुविधा फॉर्म भरना अनिवार्य होगा।
देशभर के कोरोना अस्पतालों में माक ड्रिल होगी
दुनिया में कोरोना की नई लहर को देखते हुए मंगलवार को देश के सभी कोरोना अस्पतालों और इससे जुड़ी इकाइयों में माक ड्रिल होगी। माक ड्रिल का उद्देश्य कोरोना के उपचार में उपयोग होने वाले सभी उपकरणों समेत अन्य सुविधाओं की तैयारी को परखना है। यह देखा जाएगा कि पिछले वर्ष तक जो ढांचा खड़ा किया गया, वह पहले दिन से ही पूरी क्षमता से काम करने के लिए तैयार है या नहीं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक में यह फैसला किया गया