टांडा के निकट टोल प्लाजा पर किसानों और टोल मुलाजिमों के बीच तनाव की स्थिति, पुलिस ने बरसाई लाठियां भारी पुलिस बल तैनात
टांडा के टोल प्लाजा पर किसानों और टोल कर्मियों के बीच झड़प हो गई। स्थिति इस कदर तनावपूर्ण हो गई पुलिस को भी हल्के बल का प्रयाग करना पड़ा।
दरअसल, पंजाब भर में किसान मजदूर संघर्ष कमेटी द्वारा 11 जिलों के 18 टोल प्लाजा आज से 15 जनवरी तक बंद करने का ऐलान किया गया था, इसी के तहत किसान चौलांग टोल प्लाजा बंद करवाने को लेकर मौके पर पहुंचे। लेकिन टोल प्लाजा कर्मचारियों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। बात इतनी बढ़ कि किसानों और कर्मियों के बीच धक्का-मुक्की सहित लाठिया भी चली। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए लाठिया बरसाई।
एक तरफ जहां किसान टोल फ्री करवाने पर अड़े हुए थे वहीं कर्मचारी ऐसा न करने देने के लिए डट गए। दोनों पक्षों में बहसबाजी इतनी बढ़ गई कि मामला धक्का-मुक्की तक आ पहुंचा। इस दौरान किसान नेताओं ने कहा कि उन्होंने जिस तरह पंजाब के 10 जिलों में टोल प्लाजा फ्री करवाए है, यहां भी ऐसा ही करवाया जाएगा। भारी पुलिस बल ने फ़िलहाल स्थिति को संभाला हुआ है लेकिन कब तक हालात काबू में रहते हैं यह दोनों पक्षों की सहमति पर निर्भर रहता है।
किसानों द्वारा अब तक पंजाब के कुल 16 टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया गया है, लेकिन सबसे अधिक तनावपूर्ण स्थिति टांडा टोल प्लाजा पर बनी है। पुलिस को मौके की स्थिति काबू में रखने के लिए लाठीचार्ज भी करना पड़ा है। टोल कर्मियों ने कहा है कि यदि टोल बंद होते हैं तो वे बेरोजगार हो जाएंगे। किसानों पर मनमर्जी के आरोप लगाए जा रहे हैं, लेकिन किसानों द्वारा टोल के सभी काउंटर पर कब्जा कर लिया गया है। इससे पठानकोट से टांडा और टांडा से पठानकोट के काउंटर पर भारी जाम लगा है।
गाड़ियों के सामने लेटे टोल कर्मी
पुलिस से भरपूर सहयोग नहीं मिलने और रोजी-रोटी का संकट खड़ा होने के चलते टोल कर्मचारी मौके पर मौजूद गाड़ियों के सामने लेट गए हैं। जबकि किसानों द्वारा सभी वाहनों को टोल टैक्स दिए बिना निकालने की बात कही जा रही है। टोलकर्मी और किसान करीब 3 घंटे से आमने-सामने हैं। पुलिस लाठीचार्ज भी कर चुकी है, लेकिन स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।