हाइलाइट्स
- हिमाचल प्रदेश के लिए ज्यादातर एग्जिट पोल्स में बीजेपी को बढ़त
- गुजरात में भी बीजेपी की फिर से सरकार बनने का अनुमान
- दोनों राज्यों में 8 दिसंबर को आएंगे असली चुनाव नतीजे
गुजरात और हिमाचल प्रदेश के एग्जिट पोल्स से मोटा-मोटा अनुमान लग रहा है कि बीजेपी दोनों ही राज्यों में सरकार बचा लेगी। गुजरात में तो सभी सर्वे बीजेपी की जीत की भविष्यवाणी कर रहे हैं और करीब-करीब यही अनुमान हाल हिमाचल प्रदेश के लिए भी लगाया जा रहा है। ज्यादातर सर्वे में हिमाचल प्रदेश में बीजेपी की सरकार सत्ता में लौटती दिख रही है। हालांकि, एक्सिस माइ इंडिया और आज तक के संयुक्त सर्वे में हिमाचल प्रदेश में सरकार बदलती दिखाई जा रही है। वहां कांग्रेस पार्टी को बीजेपी के मुकाबले दो प्रतिशत वोट और छह सीटों की बढ़त होने का अनुमान एक्सिस माइ इंडिया-आज तक के सर्वे में जताया जा रहा है।
पोल ऑफ एक्जिट पोल्स
तीन एग्जिट पोल के मुताबिक गुजरात में भाजपा की रिकॉर्ड 7वीं बार बहुमत की सरकार बनने का अनुमान है। भाजपा को 117 से 148 सीटें मिलने का दावा किया जा रहा है। वहीं, 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो भाजपा को तब 99 सीटें मिली थीं। यानी भाजपा अपने पिछले प्रदर्शन से बेहतर करती नजर आ रही है।
इधर कांग्रेस को एक बार फिर झटका लगने का अनुमान है। कांग्रेस को तीन सर्वे में 30 से 51 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। पिछली बार कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं। वहीं आम आदमी पार्टी अपने दांवों के विपरीत प्रदर्शन करती नजर नहीं आ रही है। यहां पार्टी 3 से 13 सीट के साथ खाता खोलती जरूर नजर आ रही है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों (Himachal Pradesh Assembly Election) के बाद आज के एग्जिट पोल (EXIT POLL) में बीजेपी की सरकार बनती नजर आ रही है. आज के एग्जिट पोल परिणामों में बदलेंगे या नहीं इसका उत्तर 8 दिसंबर को होने वाली वोटों की गिनती के बाद पता चलेगा. हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनावों के लिए 12 नवंबर को वोट डाले गए. यहां की 68 विधानसभा सीटों पर 76 फीसदी वोटिंग हुई.
पिछले यानी 2017 के हिमाचल विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को कुल 68 सीटों में से 44 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और इस तरह बीजेपी बहुमत के आंकड़े से बहुत आगे निकल गई थी. वहीं, कांग्रेस को 21 सीटों पर और माकपा को एक सीट पर जीत मिली थी. इसके अलावा दो निर्दलीय कैंडिडेट ने भी बाजी मारी थी. हिमाचल ऐसा प्रदेश रहा है जहां 42 सालों से जनता ने दो ही पार्टियों पर अपना भरोसा जताया है, ये हैं बीजेपी और कांग्रेस. लेकिन इस बार यहां आम आदमी पार्टी ने भी जमकर चुनाव लड़ा. अब देखने वाली बात होगी कि क्या वो दिल्ली की तरह यहां भी जनता के विश्वास को जीत पाएगी, या फिर बीजेपी और कांग्रेस में से किसी एक को कमान मिलेगी?