शनिवार को कैंट क्षेत्र के एक होटल में सेना के एक हवलदार का संदिग्ध हालात में शव मिला। होटल स्टाफ ने शनिवार सुबह इसकी जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। मृतक हवलदार की पहचान उत्तर प्रदेश के बनारस, गांव कोरोट करौटी निवासी 37 वर्षीय श्याम जी यादव के तौर पर हुई है। थाना 2 प्रभारी दविंदर प्रकाश ने बताया कि 2 महीने से श्याम जी यादव इसी होटल में रुका था। शुक्रवार रात उन्होंने खाना ऑर्डर किया। लेकिन, सुबह उन्होंने रिसेप्शन से संपर्क नहीं किया। जब 10 बजे तक रिसेप्शन से संपर्क नहीं किया तो होटल स्टाफ ने उनके कमरे को खोलकर देखा तो कमरे में श्याम जी यादव की लाश पड़ी थी। थाना प्रभारी ने बताया कि मौत की क्या वजह रही। उसके लिए जांच की जा रहा है। वहीं, सैन्य सूत्रों का कहना है कि होटल के सीसीटीवी खंगाले जाएंगे।
दो माह पहले श्रीनगर में तैनात था श्याम जी, मामून में करना था ज्वाइन
पुलिस के मुताबिक प्राथमिक जांच में पता चला है कि श्यामजी यादव, यूनिट एडी 49 दो महीने पहले श्रीनगर में तैनात था। वहां से पोस्टिग होने के बाद उसे मामून कैंट में ज्वाइन करना था। पर उसके द्वारा ऐसा नहीं किया गया और वह शहर के एक होटल में रह रहा था। होटल मालिक ने पुलिस को बताया कि सेना के हवलदार का आईडी देखने के बाद ही उसे कमरा दिया गया था। कमरा लेने के दौरान उसने बताया था कि वह छुट्टी काटकर आया था और वो कोर्स पर आया है।
हो सकता है दो माह की छुट्टी ले रखा हो श्याम जी
इस संबंध में सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद मामले की पुष्टि की। वहीं, सेना के जवान के दो महीने से एक होटल में रहने के संबंध में उनसे पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि कई बार रिलीव होने के साथ ही कुछ लोग छुट्टी भी मंजूर करवा लेते हैं। अकसर लोगों को एक महीने तक की छुट्टी मिलती है, पर कुछ मामलों में कई बार दो महीने की एनुअल लीव भी मंजूर हो जाती है। इसके चलते न ही रिलीविग यूनिट और न ही जहां ज्वाइन करना होता है वो यूनिट व्यक्ति की ज्वाइनिग डेट तक जानकारी जुटाती है।