जालंधर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में भाग लेने फिरोजपुर के लिए निकले भाजपाइयों को किसानों ने रैली स्थल से पंद्रह किलोमीटर पहले ही रोक लिया। वहां पर किसानों ने बीच सड़क में ट्रैक्टर ट्रालियां लगा दीं। जब भाजपा के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो दोनों तरफ से बहस बाजी शुरू हो गई। दोनों तरफ से नारेबाजी होने लगी। इसी दौरान मौके पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने दोनों को मनाने और विरोध खत्म करने के लिए कहा। लेकिन पुलिस के भी सारे प्रयास विफल गए।
मामला इस हद तक बढ़ गया कि दोनों में नारेबाजी करते हुए मारपीट तक की नौबत आ गई। पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों को अलग-अलग की कोशिश की लेकिन जब हाथ से मामला निकलता देखा तो दोनों पर जमकर लाठियां बरसाई। पुलिस के इस लाठीचार्ज में बहुत सारे भाजपा के कार्यकर्ताओं चोटें आई हैं और कई लोंगों के सिर भी फटे हैं। भाजपा के नेताओं का कहना है कि यह विरोध किसान नहीं कर रहे बल्कि सरकार अपने एजेंटों से करवा रही है और इन एजेंटों काल राज्य की पुलिस भी पूरा साथ दे रही है।
फिरोजपुर के पास जहां पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़े उस काफिले के साथ जालंधर कैंट से गए भाजपा के वरिष्ठ नेता अमित तनेजा ने आरोप जड़ा कि प्रदेश में भाजपा का विरोध सत्ताधारी कांग्रेस करवा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की पुलिस सरकार के इशारे पर गुंडों की तरह व्यवहार कर रही है। तनेजा ने कहा कि प्रदेश में पूरी तरह से विफल हो चुकी कांग्रेस सरकार अब राज्य में हिंदु और सिखों के बीच खाई डालकर माहौल को खराब करना चाहती है। लेकिन वह अपने एसे मंसूबों में कामयाब नहीं होगी। इस मौके पर अमित तनेजा कि पुलिस वालों के साथ तीखी बहस भी हुई। उन्होंने कहा कि राज्य में देश का प्रधानमंत्री आ रहा है। यह राज्य के लिए गौरव की बात हैं और उनके विचारों को सुनने के लिए जा रहे लोगों को रास्ते में रोक कर उन्हें वापस भेजा जा रहा है, यह सारे कृत्य अलोकतांत्रिक हैं। उनहोंने कहा कि पीएम मोदी की रैली का विरोध करने वाले किसान नहीं है, यह सरकार के एजेंट है, जो पंजाब के माहौल को खराब करना चाहते है।