सिद्धू का पंजाब का मुख्यमंत्री न बन पाने का दर्द रविवार को फिर छलका। सिद्धू ने कहा, ‘राजनीति में अच्छे आदमी को शोपीस बना दिया जाता है। उसे मोहरा बनाकर चुनाव जिताने के लिए रखा जाता है। कैंपेन करवाने के बाद उसे शोपीस बनाकर रख देते हैं लेकिन अब मैं किसी का शोपीस और मोहरा नहीं बनूंगा।’ सिद्धू का बयान इसलिए भी अहम है क्योंकि कल ही उन्होंने कहा था कि उनके पास कोई प्रशासनिक पावर नहीं है। उनके पास सिर्फ ऑर्गेनाइजेशन है मगर वहां भी जनरल सेक्रेटरी और दूसरे पदों पर किसी को नहीं लगाने दिया जा रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘न तो मैंने जीवन में कभी कुछ मांगा है और न ही कभी ऐसा करूंगा। मैंने कभी लोगों से वोट भी नहीं मांगे हैं।’’
वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि यदि 2022 में कांग्रेस पंजाब विधानसभा चुनाव जीतती है तो क्या उन्हें पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री नामित किया जाएगा।
वह यहां सार्वजनिक परिचर्चा ‘‘बोलदा पंजाब’’ में बोल रहे थे।
सिद्धू ने कहा, ‘‘जिम्मेदारी आपको बेहतर या कड़वा बनाती है। मुझे कड़वा अनुभव है। पंजाब में मेरी तीन सरकारों को बनाने में भूमिका रही है। मैं प्रचार कर रहा था। लेकिन इस व्यवस्था में एक अच्छे व्यक्ति को ”शो पीस” बना दिया जाता है। उसे बस चुनाव जीतने के लिए रखा जाता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं कभी ”शो पीस” नहीं बनूंगा… मैं सत्ता में आने के लिए पंजाब के लोगों से कभी झूठ भी नहीं बोलूंगा। क्या कोई कह सकता है कि मैंने कभी झूठ बोला है। चूंकि मेरे पास खोने के लिए कुछ नहीं है।’’
सिद्धू ने कहा कि वह कांग्रेस नेताओं-राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा के प्रति समर्पित हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी उन्हें जो भी काम देगी, वह उसे करेंगे और पंजाब के लोगों को कभी धोखा नहीं देंगे।