सोमवार देर शाम करीब 8:45 बजे ग्रेनेड ब्लास्ट की अफवाह ने लोगों में फिर से दहशत का माहौल पैदा कर दिया। बता दें कि 21 नवंबर को टैंक चौक से 500 मी. दूर त्रिवेणी गेट पर हुए लो डेंसिटी ग्रेनेड ब्लास्ट को लेकर पहले ही जिले में रेड अलर्ट जारी है। पुलिस और एसओजी की टीमें शहर भर में तैनात हैं और चेकिंग कर रही हैं। इसी क्रम में टैंक चौक पर क्विक रिस्पास टीम (क्यू आरटी) चेकिंग कर रही थी। जानकारी मुताबिक किसी राहगीर ने उनसे चेकिंग संबंधी पूछा तो उन्होंने त्रिवेणी गेट के पास हुए ब्लास्ट के बारे में उन्हें बताया, लेकिन राहगीर ने शायद यह समझ लिया कि ब्लास्ट आज हुआ है और उसने आगे किसी को बताया। इस तरह अफवाह आग की तरह फैल गई।
सोमवार देर रात पठानकोट के काठवाला पुल पर ग्रेनेड हमले की अफवाह ने पठानकोट पुलिस और शहरवासियों की नींद उड़ा दी। सूचना मिलते ही पुलिस, आर्मी समेत अन्य सुरक्षा और जांच एजेंसियों के अधिकारी मौके पर पहुंचे लेकिन सब कुछ सकुशल देखकर अधिकारियों की जान में जान आई। वहीं, इस अफवाह ने पठानकोट पुलिस की तीन घंटे तक कसरत करवाई।
दरअसल, सेना ने काठवाला पुल पर चेकिंग अभियान चलाया था। इस दौरान सैन्य जवानों ने कुछ शहरवासियों के आधार कार्ड समेत अन्य पहचान पत्र जांचे। इसके अलावा, काठवाला पुल के पास मोहल्ला अबरोल नगर में एक शादी समारोह के डीजे को भी बंद करवाया। इसके बाद रात करीब नौ बजे शहर में अफवाहों का दौर शुरू हो गया।
लोग एक दूसरे को फोन कर जानकारी लेने लगे। पुलिस अधिकारियों को भी इस बाबत सूचना मिली तो सिटी डीएसपी राजेंद्र मन्हास, थाना 1 प्रभारी प्रमोद कुमार भारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। जब डीएसपी ने जानकारी हासिल की तो सच्चाई सामने आई।
” यह किसी शरारती तत्व की ओर से अफवाह फैलाई गई है। यह सेना की रूटीन ड्रिल थी, जिसे अफवाह बनाकर फैला दिया गया। जांच की जा रही है कि ऐसी अफवाह किसने फैलाई। पता चलने पर उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी। – राजेंद्र मन्हास, डीएसपी, सिटी पठानकोट।
‘‘यह मात्र अफवाह थी। पठानकोट हाई अलर्ट पर है। चप्पे-चप्पे पर पुलिस अधिकारी तैनात हैं। शहरवासियों को ऐसी अफवाहों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। पुलिस पूरी मुस्तैदी से अपना काम कर रही है।- सुरिंदर लांबा, एसएसपी, पठानकोट।