बैठक में शामिल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि ‘बैठक में 99.9 फीसदी नामों पर मुहर लग गई है और मुख्यमंत्री तय करेंगे कि कब कैबिनेट विस्तार हो और शपथ ग्रहण हो’.
पंजाब कैबिनेट विस्तार को लेकर तमाम नामों को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अंतिम रूप दे दिया है. दिल्ली में हुई देर रात तक चली बैठक में राहुल ने प्रियंका गांधी वाड्रा, मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी पर्यवेक्षक अजय माकन, प्रभारी हरीश रावत और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में कैबिनेट विस्तार में शामिल होने वाले नामों पर मुहर लगाई.गुरुवार दिनभर बैठकों का दौर चला और फिर पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दिल्ली बुलाया गया, ताकि मंत्रिमंडल विस्तार को राहुल गांधी की मौजूदगी में अंतिम रूप दिया जा सके. दिल्ली स्थित राहुल गांधी के आवास पर गुरुवार रात 10:00 बजे से देर रात 2:00 बजे तक बैठक चली जिसमें लगभग सभी नामों को मंजूरी दी गई.पंजाब में मंत्रिमंडल विस्तार का एलान मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की तरफ से किया जाएगा और सूत्रों के मुताबिक, जल्दी शपथ ग्रहण समारोह होगा. बैठक में शामिल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि ‘बैठक में 99.9 फीस दी नामों पर मुहर लग गई है और मुख्यमंत्री तय करेंगे कि कब कैबिनेट विस्तार हो और शपथ ग्रहण हो’.
कैबिनेट विस्तार में तीन महत्वपूर्ण बातों का ध्यान!
पंजाब कैबिनेट विस्तार में कांग्रेस पार्टी ने तीन बातों का ध्यान रखें रखा है. पहला, पंजाब में कैबिनेट विस्तार में भी सामाजिक आधार को साधा जाए ताकि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरे और जीत दर्ज करें. दूसरा, कैबिनेट विस्तार में कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी विधायकों को भी साधने की कोशिश की जाएगी ताकि आने वाले वक्त में किसी तरह का विरोध पंजाब के अंदर ना हो.
कैबिनेट विस्तार में कई ऐसे विधायकों को भी मंत्री बनाया जाएगा जो सिद्धू-कैप्टन की लड़ाई में कैप्टन के साथ दिखते रहे हैं. यही वजह है कि कैबिनेट विस्तार में कैप्टन के करीबी विधायकों और सांसदों और नेताओं से भी संपर्क साधा गया और कैबिनेट विस्तार को लेकर उनकी राय ली गई.
तीसरा, कैबिनेट विस्तार में सत्ता विरोधी लहर को कम करने की कवायद भी की जाएगी. कांग्रेस पार्टी का तर्क रहा है की अमरिंदर सिंह के साढ़े 4 साल के शासन काल में सरकार के खिलाफ सत्ताविरोधी लहर रही है, इसलिए मंत्रिमंडल विस्तार में नए चेहरों को लाने की कवायद की गई है.
कैबिनेट विस्तार के कुछ संभावित नाम!
पंजाब के मौजूदा कैबिनेट में मुख्यमंत्री के अलावा 2 उप मुख्यमंत्री- सुखजिंदर सिंह रंधावा और ओपी सोनी हैं. पंजाब कैबिनेट विस्तार में जो नए नाम शामिल हो सकते हैं उनमें प्रमुख अमरिंदर राजा बरार, राजकुमार वेरका और गुरकीरत सिंह हैं. अमरिंदर राजा बरार यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं जबकि राजकुमार वेरका पंजाब में दलित हिंदू चेहरा हैं और अनुसूचित जाति आयोग में उपाध्यक्ष के पद पर रह चुके हैं. गुरकीरत सिंह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं और मौजूदा में लुधियाना से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू के भाई हैं.