- सिद्धू को आड़े हाथ लेते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि बाजवा के साथ सिद्धू की दोस्ती राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। सिद्धू राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरनाक हैं। पाकिस्तान से भारत में हथियार भेजे जाते हैं। सिद्धू बाजवा, इमरान खान और पाकिस्तान के साथ हैं।
पंजाब के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू 7 महीने तक अपना मंत्रालय नहीं संभाल सके। सिद्धू को सीएम बनाने के सवाल पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू इतना नाकाबिल है कि अपना मंत्रालय नहीं चला पाए। सिद्धू अपना मंत्रालय तक संभालने में नाकाम रहे। बाजवा के साथ सिद्धू की दोस्ती है। पंजाब के लिए सिद्धू विनाश साबित होंगे। सिद्धू को अगर मुख्यमंत्री बनाया तो मैं विरोध करूंगा। बाजवा के साथ सिद्धू की दोस्ती है।
देश की सुरक्षा के लिए बताया खतरा
अमरिंदर सिंह सिर्फ इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने नवजोत सिंह सिद्धू को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा तक बता दिया। कैप्टन ने कहा कि यह नेशनल सिक्योरिटी का मसला है। जब अमरिंदर सिंह से पूछा गया कि वह ऐसा क्यों कह रहे हैं तो उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि उसके पाकिस्तान से बहुत अच्छे संबंध हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से सिद्धू की दोस्ती है। जनरल बाजवा से उसकी दोस्ती है।
पाकिस्तान से कितने हथियार आ रहे हैं, सिद्धू को सीएम बनाना सेफ नहीं
अमरिंदर ने कहा कि हर रोज पंजाब में पाकिस्तान से ड्रोन आते हैं। कितने हथियार, कितने विस्फोटक, आरडीएक्स, पिस्टल वगैरह सब पाकिस्तान से ही तो आ रहे हैं। हमारा कितना लंबा कॉमन बॉर्डर है जो पाकिस्तान से जुड़ता है। ऐसे में सिद्धू को पंजाब का मुख्यमंत्री बनाना देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। कैप्टन ने कहा कि अगर ऐसा कोई भी फैसला होता है तो वह खुलकर इसका विरोध करेंगे।
अगर सीएम फेस बनाया तो विरोध करूंगा
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू को मैं अच्छी तरह से जानता हूं। सिद्धू पंजाब में कोई मैजिक नहीं करने जा रहे हैं। वह एक डिजास्टर साबित होंगे। कैप्टन ने आगे कहा कि यह कांग्रेस पार्टी का फैसला है। वह उनको पीसीसी का चीफ बनाती है बनाएं। लेकिन अगर उन्हें सीएम फेस बनाया गया। अगर उन्हें पंजाब के मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट किया गया तो मैं इसका विरोध करूंगा।
आगे क्या करूंगा, किसी से कोई बातचीत नहीं
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस दौरान अपने भविष्य को लेकर कोई जवाब देने से मना कर दिया। पीएम मोदी से उनकी करीबी को देखते हुए ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह भाजपा की तरफ रुख कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने भविष्य को लेकर मैंने किसी से कोई बात नहीं की है। उन्होंने कहा है कि मैंने आज पर गवर्नर को अपना इस्तीफा सौंपा है। आगे के बारे में अभी कुछ तय नहीं किया है।