इसी के चलते कांग्रेस (Congress) ने भी अपने तमाम विधायकों को व्हिप जारी कर रखा है और कोशिश ये है कि संख्या बल के हिसाब से वो करीब 60 विधायक जो कैप्टन खेमे के पास हैं, वो सदन में हर हाल में मौजूद रहें. इस दौरान कैप्टन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने का खतरा भी लगातार बना हुआ है.
पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) का एक दिन का विशेष सत्र शुक्रवार को सुबह 10 बजे चंडीगढ़ स्थित पंजाब विधानसभा में होगा. इस दौरान कैप्टन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने का खतरा भी लगातार बना हुआ है. हालांकि ये एक दिन का विशेष सत्र श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर पर उनके जीवन और धार्मिक मुद्दों पर चर्चा करने के लिए बुलाया गया है, लेकिन इस दौरान अगर विधायक चाहे तो वो अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए स्पीकर को नोटिस दे सकते हैं.
पंजाब विधानसभा में इस तरह के धार्मिक सत्र कई बड़े धार्मिक मौकोंहर सियासी दल कोशिश करता है कि इस तरह के सत्र में किसी तरह की सियासत ना हो. लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब सत्ता में बैठे किसी दल यानि कांग्रेस ने और मुख्य विपक्षी पार्टी यानि आम आदमी पार्टी ने अपने-अपने विधायकों को इस तरह के सत्र में उपस्थित रहने के लिए व्हिप जारी कर दिया है.
शिअद ने जताई राष्ट्रपति शासन की आशंका
कांग्रेस के चीफ व्हिप हरदयाल सिंह कंबोज ने व्हिप जारी करते हुए सभी विधायकों से कहा है कि वह अनिवार्य रूप से सत्र में शामिल हों और जब तक सत्र का बिजनेस खत्म नहीं होता तब तक उनकी उपस्थिति अनिवार्य है। वहीं आप के व्हिप कुलतार सिंह संधवां ने व्हिप जारी करते हुए विधायकों को सभी दिन का बिजनेस खत्म होने तक विधानसभा में रहने और पार्टी लाइन पर चलने को कहा है।
कांग्रेस ने भी अपने तमाम विधायकों को जारी किया व्हिप
इसी के चलते कांग्रेस ने भी अपने तमाम विधायकों को व्हिप जारी कर रखा है और कोशिश ये है कि संख्या बल के हिसाब से वो करीब 60 विधायक जो कैप्टन खेमे के पास हैं, वो सदन में हर हाल में मौजूद रहें. आम आदमी पार्टी ने जिस तरह सदन शुरू होने से चंद घंटे पहले अपने विधायकों को व्हिप जारी किया है, उससे कयास ये भी लग रहे हैं कि कांग्रेस के नाराज गुट के भरोसे आम आदमी पार्टी भी सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने की कोशिश कर सकती है.
हरीश रावत का बड़ा बयान:
इसी बीच हरीश रावत का एक बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में सब कुछ ठीक नही है। इसके आगे बात करते हुए वो बोले कि मैं लोगों से कुछ भी छुपाना नहीं चाहता। इस दौरान जो नाराज़ मंत्री थे, वह कांग्रेस प्रभारी से मिलने नही आए।