अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि काबुल एयरपोर्ट के पास हुए धमाकों में अमेरिका के नागरिक भी मारे गए हैं. वहीं, तालिबान ने कहा है कि हमने अमेरिकी सैनिकों को धमाकों को लेकर आगाह किया था.
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट (Kabul Airport) के पास गुरुवार को सीरियल ब्लास्ट (Serial Blasts) हुए हैं. दो धमाकों में कम से कम 13 लोगों के मरने की खबर है. वहीं, कई अन्य घायल हो गए हैं. एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ. इसके बाद दूसरा धमाका एयरपोर्ट के नजदीक बने बरून होटल के पास हुआ, जहां पर ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे. पहले ब्लास्ट के बाद फ्रांस ने दूसरे धमाके को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसके कुछ देर बाद फिर से धमाका हुआ. काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों में धमाके की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है.
अफगान मीडिया के मुताबिक यह बम विस्फोट काबुल एयरपोर्ट के Abbey Gate के पास हुआ है. अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा, ‘हम काबुल एयरपोर्ट के पास इस विस्फोट की पुष्टि करते हैं. फिलहाल घटना में हताहतों के बारे में जानकारी स्पष्ट नहीं है. डिटेल मिलने पर इसकी सूचना सबके साथ शेयर की जाएगी.
अमेरिकन मीडिया के मुताबिक यह सुसाइड बॉम्बर अटैक था. इस अटैक के साथ ही Abbey Gate के पास गोलियां भी चलाई गई हैं. सूत्रों के मुताबिक ISIS-K आतंकी समूह ने काबुल एयरपोर्ट पर हुए इस हमले की जिम्मेदारी ली है. इस घटना के बाद नीदरललैंड ने अफगानिस्तान से अपने नागरिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन को फिलहाल अस्थाई रूप से रोक दिया है. वहीं ब्रिटेन ने हालात की समीक्षा के लिए सीनियर मंत्रियों और अफसरों की आपात बैठक बुलाई है.
बताते चलें कि काबुल एयरपोर्ट के बाहर हजारों की संख्या में अफगान नागरिक पिछले एक हफ्ते से जमे हुए हैं. लेकिन वीजा और पासपोर्ट न होने की वजह से उन्हें एयरपोर्ट के अंदर एंट्री नहीं मिल पा रही है. वहीं अब तालिबान ने भी घोषणा कर दी है कि किसी भी अफगान नागरिक को देश नहीं छोड़ने दिया जाएगा और उन्हें वापस अपने घरों को लौटना होगा.