हिमाचल के धर्मशाला में मानसून का रौद्र रूप देखने को मिला है। पर्यटन क्षेत्र भागसूनाग में आज सुबह बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। देखते ही देखते एक छोटे स नाले ने नदी का रूप धारण कर लिया। बाढ़ से भागसू का नाला ओवरफ्लो हो गया। इस नाले में उफान आनेक के कारण तेज धारा में कई लग्जरी वाहन बह गए। इस नाले के साथ दोनों ओर कई होटल भी लगते हैं। बादल फटने से इन होटलों को भी नुकसान पहुंचा है। वहीं, स्थानीय लोग बादल फटने और उसके बाद नदी-नालों में ऊान आने के कारण सहमे हुए हैं। भागसू में इस वक़्त अफरा-तफ़री का माहौल है।
हिमाचल प्रदेश में आफत की बारिश हो रही है। पर्यटन स्थल भागसू नाग में कई वाहन बह गए हैं। शाहपुर के धारकंडी क्षेत्र की रुलेहड़ पंचायत में भूस्खलन से दस घरों के क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। बताया जा रहा है कुछ लोग लापता भी हैं। पुलिस व प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है व रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है। वहीं मंडी पठानकोट हाईवे पर राजोल में गज खड्ड पर बना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। यहां पुलिस तैनात कर दी गई है व वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी है। हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। कुछ वाहन चालक वैकल्पिक मार्ग से आवाजाही कर रहे हैं। लेकिन संपर्क मार्गों पर ल्हासे गिरने से आवाजाही मुश्किल हो गई है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भारी बारिश से 184 सड़कें यातायात के लिए बाधित हैं। प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। 600 डोजर, जेसीबी मशीनें समेत अन्य मशीनरी सड़कों को बहाल करने में लगाई गई हैं। 20 हजार कर्मचारियों को फील्ड में लगाया गया है। सड़कों में जगह-जगह मलबा आने से करीब 50 बसें घंटों फंसी रहीं। प्रधान सचिव लोनिवि सुभाशीष पांडा ने कहा कि नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। 100 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए बहाल की गई है। मंगलवार तक अधिकांश सड़कें बहाल कर दी जाएंगी।
पोल और तारें टूटने से प्रदेश में 137 बिजली ट्रांसफार्मर ठप हो गए हैं। कई जगह बिजली सप्लाई ठप है। कई क्षेत्रों में गाद आने से पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। राजधानी शिमला सहित कई जगह पीने के पानी का संकट गहरा गया है। लाहौल के मंडग्रा नाले में बाढ़ आने से पांगी-किलाड़ का मनाली से संपर्क कट गया है। ऊना जिला मुख्यालय में जलभराव हुआ है। चंबा-सिरमौर में एक-एक और मंडी में दो घर बहे हैं। उधर मनाली-लेह मार्ग पर भारी बारिश के कारण एनएच-तीन हाईवे पर पागल नाला, तेलिंग नाला तथा भरतपुर नाला में जलस्तर बढ़ गया है। ऐसे में यात्रा करना जोखिम भरा हो गया है। यहां दोनों ओर से पर्यटकों के साथ सामान से भरे ट्रक व तेल के टैंकर भी फंसे हैं। मनाली-लेह मार्ग पर 70 वाहन फंसे हैं। इनमें अधिकतर पर्यटक वाहन शामिल हैं।
मंडी-कुल्लू-मनाली एनएच घंटों रहा ठप
वहीं, मंडी-कुल्लू-मनाली एनएच घंटों बंद रहा। संपर्क सोमवार शाम करीब पांच बजे चंडीगढ़ से पूरी तरह से कट गया। मंडी से करीब नौ किमी दूर सात मील के संदली के पास भूस्खलन से यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। वहीं वैकल्पिक मंडी-बजौरा मार्ग कनोज के पास बंद हो गया है। पर्यटकों के सैकड़ों वाहन फंसे रहे। यात्रियों को बारिश के बीच भारी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी आशीष शर्मा ने बताया कि लोनिवि ने एनएच को बहाल कर दिया है।