पंजाब कांग्रेस में घमासान के बीच मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह 22 जून को पार्टी आलाकमान के बनाए पैनल से दोबारा मिलेंगे।
कांग्रेस के लिए पंजाब में मुश्किलें कम होती नज़र नहीं आ रहीं. एबीपी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह इस बात से काफी नाराज़ हैं कि उन्हें बार बार दिल्ली बुलाकर कमेटी के सामने पेश होने को कहकर अपमानित किया जा रहा है. हालांकि वो अभी भी पार्टी अनुशासन के दायरे में रहते हुए ऐसा कर रहे हैं, लेकिन सूत्रों के मुताबिक बात और बिगड़ भी सकती है.
नई पार्टी भी बना सकते हैं सीएम कैप्टन- सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, नवजोत सिंह सिद्धू चाहते हैं कि उन्हें राज्य कांग्रेस इकाई का अध्यक्ष बनाया जाए. लेकिन सीएम कैप्टन किसी भी कीमत पर ऐसा नहीं चाहते. सूत्रों के मुताबिक़ बार बार दिल्ली बुलाकर कमेटी के सामने हाजरी करवाने से कैप्टन काफी नाराज़ हैं और अगर जल्दी हीं कोई फैसला नहीं हुआ और कैप्टन अमरिन्दर सिंह को ऐसे हीं बार बार दिल्ली तलब करके अपमनित किया गया तो पंजाब में नए राजनीतिक समीकरण भी हो सकते हैं. यानी कैप्टन नई पार्टी भी बना सकते हैं.
इस बीच सूत्रों के मुताबिक कैप्टन अमरिन्दर सिंह नवजोत सिद्धू के मीडिया को दिए बयानों से भी काफी आहत हैं और कमेटी के सामने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज़ करा सकते हैं. अब कांग्रेस नेतृत्व के सामने भी चुनौती बड़ी है.
सिद्धू पर डोरे डाल रही है AAP
राहुल गांधी के करीबी सूत्रों के मुताबिक़ राहुल कैप्टन और अमरिन्दर दोनों को साथ बिठाकर बीच का रास्ता निकाल पंजाब चुनाव में उतरना चाहते हैं, लेकिन दोनों इस बार अपने अपने रूख में नर्मी के मूड में नज़र नहीं आ रहे. एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू पर आम आदमी पार्टी डोरे डाल रही है तो दूसरी तरफ कैप्टन अमरिन्दर सिंह के करीबी सूत्र कह रहे कि इस बार कैप्टन अलग रास्ता भी इख्तयार कर सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि सिद्धू और पंजाब के कॉन्ग्रेसी मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच अरसे से तकरार चल रही है। सिद्धू ने राज्य कैबिनेट में मंत्री का पद ठुकराते हुए मुख्यमंत्री को झूठा भी करार दिया है। ऐसे में केजरीवाल के बयान को उनको आप में लाने की कोशिशों से जोड़कर देखा जा रहा है। वैसे इस तरह के प्रयास आप ने 2017 के विधानसभा चुनावों से पहले भी किए थे जब सिद्धू ने बीजेपी छोड़ी थी। लेकिन, उस वक्त उन्होंने कॉन्ग्रेस का हाथ थाम लिया था।
अमृतसर के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केजरीवाल ने कहा कि AAP बहुत जल्द मख्यमंत्री के चेहरे का ऐलान करेगी और जिस चेहरे का ऐलान किया जाएगा उस पर पूरे पंजाब को मान होगा। केजरीवाल ने यह भी खुलासा किया कि आम आदमी पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा सिख समुदाय से होगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में से पंजाब ही एक ऐसा राज्य है, जिसका सीएम सिख समाज से है, लेकिन हमारा मानना है कि यह सिख समाज का हक है और यह उनके पास ही रहना चाहिए।
कैप्टन, सिद्धू के बाद बाजवा का गुट भी तैयार
सिद्धू के बाद पंजाब में प्रताप सिंह बाजवा के रूप में एक और गुट तैयार हो रहा है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद ने वैसे तो इससे इनकार किया है लेकिन इशारों-इशारों में कांग्रेस हाई कमान को संदेश दे दिया है। साथ ही सिद्धू को नसीहत भी दी है। उन्होंने कहा कि सिद्धू को महत्वपूर्ण पद मिलना चाहिए, लेकिन टॉप पोजीशन पर पहुंचने के लिए समय लगता है। उन्हें रोल दिया जाना चाहिए लेकिन पार्टी के वफादार जो यहां 40 से 45 साल से हैं उनका भी ध्यान रखना चाहिए।’