पंजाब के स्कूलों में तैनात करीब 13000 कच्चे टीचर काफी समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। योग्यता पूरी रखने के बावजूद उन्हें स्थाई टीचरों से कम वेतन दिया जाता है। कई जगह तो दर्जा चार मुलाजिमों से कम वेतन मिल रहा है।
नौकरी पर पक्का होने की मांग को लेकर संघर्ष पर चल रहे कच्चे टीचरों ने बुधवार पूरी रात खुले आसमान के नीचे गुजारी । महिला और पुरुष टीचर सड़कों पर सोए। जो टीचर पेट्रोल की बोतल लेकर शिक्षा विभाग की छत पर चढ़े हुए थे, वह भी पूरी रात नीचे नहीं उतरे।
पंजाब के स्कूलों में तैनात करीब 13000 कच्चे टीचर काफी समय से अपनी सेवाएं दे रहे हैं। योग्यता पूरी रखने के बावजूद उन्हें स्थाई टीचरों से कम वेतन दिया जाता है। कई जगह तो दर्जा चार मुलाजिमों से कम वेतन मिल रहा है। महंगाई के इस दौर में टीचरों को अपना परिवार पालना मुश्किल हो गया है। ऐसे में टीचर बुधवार को मोहाली फेस 8 में इकट्ठे हुए थे। इसके बाद मौका पाकर कुछ टीचर पेट्रोल की बोतल लेकर शिक्षा विभाग की बिल्डिंग पर चढ़ गए। एक महिला टीचर ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। रात तक हालात गंभीर बने हुए थे ।
आखिर में जिला प्रशासन ने मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार कैप्टन संदीप संधू से खन्ना में टीचरों की मीटिंग करवाई। इसके बाद तय हुआ कि गुरुवार को शिक्षा विभाग में शिक्षा मंत्री और शिक्षा सचिव से टीचरों की मीटिंग होगी। इसके बाद ही टीच
अध्यापकों के साथ बीती देर रात को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के ओएसडी कैप्टन संदीप संधू के साथ दोराहा के रेस्ट हाऊस में हुई मीटिंग के दौरान आज दोपहर 12:30 बजे शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला के साथ पैनल मीटिंग तय की गई। इस मीटिंग में मुख्यमंत्री के ओएसडी कैप्टन संदीप संधू और शिक्षा सचिव के इलावा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी हिस्सा लेंगे। अध्यापक नेताओं ने कहा कि वह आज 12:30 बजे तक शिक्षा भवन के गेट बंद नहीं करेंगे यदि मीटिंग तय समय पर नहीं हुई या कोई उचित हल न निकला तो हम अगला एक्शन करने के लिए मजबूर होंगे।