लोगों द्वारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला एवं शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार को दिखाया गया आईना
लाइक से डिसलाइक हुए 3 गुना
कमेंट्स के रूप में लोग सच लिख पंजाब की शिक्षा की असलियत दिखाना चाहते थे पर इन कमेंट्स को बंद कर दिया गया
चंडीगढ़ः पिछले दिनों केंद्र सरकार द्वारा की गई स्कूलों की कारगुजारी की समीक्षा रिपोर्ट में पंजाब की गिनती A++ वाले राज्यों में आने के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज पंजाब के अध्यापकों के साथ वर्चुअल मीटिंग की, पर सोशल मीडिया यूट्यूब पर कैप्टन अमरिंदर सिंह के अपने अकाउंट पर लाइव होने से कुछ घंटे बाद डिसलाइक करने वालों की गिनती 6400 के करीब पहुंच गई जबकि लाइक करने वाले सिर्फ 1800 ही थे। पंजाब सरकार के फेसबुक पेज पर लाइव हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह को अध्यापकों ने अनेकों सवाल किए परंतु उन्होंने किसी एक सवाल का भी जवाब नहीं दिया। कई अध्यापकों ने अपने कमेंट में इस लाइव को ड्रामेबाजी करार दिया। उन्होंने कहा कि अध्यापकों की मांगे पूरी करने की बजाय उन्हें अनदेखा कर मुख्यमंत्री जी अपने चहेतो के साथ मुलाकात की ड्रामेबाजी बंद करो, कुछ अध्यापकों ने अपने कमेंट में कहा कि जिन आंकड़ों पर सरकार दिखावे कर रही है, वह आंकड़े झूठे हैं
इस लाइव दौरान सिर्फ 7 अध्यापकों को ही बोलने का मौका दिया गया। जिन्होंने सिर्फ सरकार का ही गुणगान किया। अध्यापकों ने सोशल मीडिया पर इसको फिक्स लाइव करार देते हुए कहा कि बोलने वाले अध्यापकों को पहले ही होमवर्क करवाया गया था कि उन्हें क्या-क्या बोला है।