पंजाब कांग्रेस में सबकुछ ठीक नजर नहीं आ रहा है| एक तरफ जहां नवजोत सिंह सिद्धू तिरछे हुए पड़े हैं| वहीं अब जालंधर कैंट से विधायक और कांग्रेसी नेता परगट सिंह की बयानबाजी ने सबको चौंका दिया है|
पंजाब कांग्रेस की फूट अब सड़कों पर आ चुकी है और नेताओं के बीच संबंध काफी खराब हो चुक हैं. ताजा मामले में जालंधर से पार्टी विधायक परगट सिंह ने सीधे मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं. उन्होंने सोमवार को इस बाबत एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की है.
फोन पर दी गई धमकी
ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक हॉकी टीम के पूर्व कप्तान परगट सिंह ने कहा कि उनके पास बीते हफ्ते मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार संदीप संधू का फोन आया था. संदीप ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि आपको सीएम साहब का एक मैसेज देना है. इसके बाद संदीप ने कहा कि तुम्हारे कागज पूरे हो गए हैं और अब मुझे ठोका जाएगा. उन्होंने कहा कि पुलिस फायरिंग केस में सीएम के खिलाफ आवाज उठाने के लिए मुझे धमकी दी गई है.
उनका कहना है कि ये धमकी उन्हें बेदअबी मामले और पुलिस फायरिंग के खिलाफ आवाज़ उठाने को लेकर दी गई है
उन्होंने कहा कि भारतीय हॉकी टीम का पूर्व कप्तान होने के नाते मुझे इस ऐसे मैसेज पर बड़ा अचरज हुआ. लेकिन क्या पुलिस फायरिंग के खिलाफ सच बोलना गुनाह है. अब वह मेरे खिलाफ जो भी करना चाहें कर सकते हैं. परगट सिंह ने आगे कहा कि कोरोना के दौर में जब पूरा देश मुश्किल वक्त से गुजर रहा है तब एक मुख्यमंत्री अपने सेक्रेटरी के जरिए मुझे धमका रहा है. परगट सिंह ने अब कांग्रेस आलाकमान से इस मामले पर ध्यान देने की अपील की है.
पुलिस फायरिंग केस में जांच की मांग
इस मामले पर कैप्टन संदीप संधू की ओर से कोई जवाब नहीं आया है. साथ ही मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की ओर से भी इन आरोपों पर कोई बयान नहीं दिया गया है. परगट सिंह उन मंत्रियों और विधायकों की बैठक में शामिल थे जिसमें पुलिस फायरिंग केस में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी. इस बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू और मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने भी हिस्सा लिया था.