पठानकोट में मोहल्ला रामनगर का मामला, एएसआई और हेड कांस्टेबल को बनाया था बंधक
शादी के चलते घर पर डीजे लगाकर शोर शराबा कर रहे थे लोग, 44 लोगों पर मामला दर्ज
मोहल्ला रामनगर प्रीतनगर के घर में डीजे बंद करवाना पुलिस कर्मचारियों को महंगा पड़ गया। डीजे बंद करवाने गए एएसआई और हेड कांस्टेबल पर लोगों ने हमला कर दिया।
लोगों ने पुलिस कर्मचारियों की पिटाई की, वदी फाड़ी और मोबाइल छीनकर घर के कमरे में बंधक बना लिया। बंधक बने एएसआई ने किसी तरह साथी कर्मचारियों को फोन पर जानकारी दी।
जिसके बाद भारी पुलिस बल ने बंधक बने एएसआई और हेड कांस्टेबल को लोगों से छुड़वाया। थाना 2 पुलिस ने मामले में 9 लोगों को नामजद किया है। हमलावरों में 4 महिलाएं भी शामिल है। जबकि, 35 अज्ञात लोगों पर भी मामला दर्ज किया है।
एएसआई तरसेम पाल सिंह (50) ने बयान में बताया कि वह और हेड कांस्टेबल अनिल कुमार शनिवार रात गश्त पर थे। इसी दौरान उन्हें नाइट मुंशी से सूचना मिली कि मोहल्ला रामपुरा, प्रीतनगर में दर्शी सिंह के घर में जश्न चल रहा है। उक्त लोगों ने तेज आवाज में डीजे लगाया है और शोर शराबा कर रहे हैं। जिसके बाद वह दोनों वहां पहुंचे तो वहां 35 लोग मौजूद थे। जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं।
उक्त लोगों को नाइट कर्फ्यू का हवाला देकर समझाने की कोशिश की तो कुछ लड़कों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। दोनों की वर्दियां भी फाड़ दीं। उसके बाद घर से कई महिलाएं और व्यक्ति निकले। जिन्होंने उन्हें पकड़ा और घर के अंदर ले जाकर फिर से मारपीट की। हेड कांस्टेबल अनिल ने थाना में फोन करने की कोशिश की तो उसका मोबाइल छीन लिया और कमरे में बंद कर दिया। एएसआई ने बताया कि उसने अपने फोन से थाना में जानकारी दी तो पुलिस पार्टी ने मौके पर पहुंच उन्हें कमरे से बाहर निकाल अस्पताल पहुंचा।
इसके बाद उक्त सभी लोग घर से फरार हो गए। थाना प्रभारी दविंदर प्रकाश ने बताया कि पूछताछ और घायल एएसआई द्वारा पहचान करवाने पर मोहल्ला रामनगर निवासी केवल सिंह, सुरिंदर सिंह, लक्की सिंह, रूपनगर निवासी बलबीर सिंह, रितू, मामून जंडवाल निवासी विशाल, हरियाणा पंचकूला निवासी सीमा, रामपुरा निवासी निर्मला, दुर्गा और 35 अज्ञात लोगों पर मामला दर्ज किया गया है।