दीनानगर – आनंद / पुनीत
किसी मंजिल को पाने के लिए परिश्रम और लगन की जरूरत होती है। मंजिल खुद ब खुद मिल जाती है। उक्त बातें 2020 में आईएएस पास करने वाले दीनानगर के अंतर्गत पड़ते सरहदी इलाके के गांव गाहलड़ी के निवासी आईएएस डॉ हरजिंदर सिंह बेदी ने गांव बरियार पहुंचने पर कहीं।
बीती देर शाम गांव बरियार में आपने परिचित सरदार अमृतपाल सिंह बाजवा के निवास स्थान पर पहुंचे पर आईएएस डॉ हरजिंदर सिंह बेदी का गांव वालों तथा गांव के सरपंच पंच व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने सिरोपा पहनाकर भव्य स्वागत किया। इस मौके पर डॉ बेदी ने कहा कि कोई भी मंजिल पाने के लिए सख्त परिश्रम की जरूरत होती है। अगर कोई व्यक्ति ठान लेता है,तो वह सख्त परिश्रम से अपनी मंजिल पा लेता है। उन्होंने कहा कि वे मध्यवर्गीय किसान परिवार और सरहदी पिछड़ा एरिया होने के बावजूद भी दो बार टेस्ट से असफल रहने पर तीसरी बार सफल हुए। उन्होंने कहा कि इसके पीछे सख्त मेहनत और लगन थी। उन्होंने कहा कि पंजाब गुरुओं की धरती है, और गुरुओं का हम पर पूरा आशीर्वाद है। डॉ बेदी ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि पंजाब की युवा पीढ़ी नशों में पड़ चुकी है, और युवा पीढ़ी को जागरूक करने के लिए किसी ना किसी को आगे तो आना होगा। डॉ बेदी ने कहा कि सबसे बड़ी बात है कि सरहदी इलाके के गांव से कोई व्यक्ति किसी अच्छी जॉब जा टेस्ट में सफल हो जाता है, तो बहुत बड़ी बात है। क्योंकि इस क्षेत्र में ना ही कोई बढ़िया कोचिंग सेंटर है, और ना ही कोई ज्यादा जागरूकता है। उन्होंने कहा कि आईएएस जा अन्य टेस्ट पास करने से युवा पीढ़ी में एक संदेश जाता है, और टेस्ट क्लियर करने वाला युवा पीढ़ी के लिए एक आइडल बन जाता है। जिसके साथ युवा पीढ़ी के अंदर भी आगे बढ़ने और अच्छी जॉब और अच्छे टेस्ट क्लियर करने के लिए लहर चल पड़ती है। जिससे पंजाब के पिछड़े इलाके से आईएएस आईपीएस अफसर निकलेंगे, और पंजाब का नाम रोशन करेंगे। इस मौके पर कुलवंत सिंह बाजवा, सरपंच सुखबीर सिंह गिल, सरपंच अमरिक सिंह, सरपंच जोगिंदर पाल, महेंद्र सिंह कोंटा, नरेंद्र सिंह कोंटा, अमरबीर सिंह, अमनदीप सिंह, साजन शर्मा, पवनदीप सिंह औलख, इंदरप्रीत सिंह बैंस, मनजीत सिंह, सुरेंद्र सिंह, प्रभप्रीत सिंह, हरभजन सिंह, नरेंद्र सिंह व जगजीत सिंह चौहान उपस्थित थे