सोमवती अमावस्या व हिंदू नव वर्ष विक्रमी संवत 2078 के आगमन पर रावी नदी के किनारे स्थित बाबा मुक्तेश्वर धाम में तीन दिवसीय मेला शुरू हुआ।
आज सोमवती अमावस्या पर श्रद्धालुओं की ओर से रावी नदी में स्नान कर पावन शिवलिंग के दर्शन किए गए। इस दौरान जानकारी देते हुए कमेटी के चेयरमैन भीम सिंह ने बताया कि सोमवती अमावस्या पर दूर-दूर स्थानों से श्रद्धालु बाबा मुक्तेश्वर धाम में नतमस्तक होने के लिए पहुंचे है।
उन्होंने बताया कि सोमवती अमावस्या पर मुक्तेश्वर धाम में स्नान, ध्यान, पिंडदान व दर्शन का विशेष महत्व है जो लोग अपने मृतक परिजनों की अस्थियों को हरिद्वार में नहीं ले जा सकते, वह लोग आज के दिन यहां पर उनकी अस्थियों को विसर्जित कर उनकी आत्मिक शांति के लिए पिंडदान करते हैं।
इस मौके पर विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं की ओर से श्रद्धालुओं के लिए लंगर भी लगाए गए।