पीठपरिषद्, आदित्यवाहिनी, आनंदवाहिनी शाखा खानपुर-मनवाल द्वारा यतिचक्र चूडामणि धर्मसम्राट श्री स्वामी करपात्री जी महाराज जी के 39वें निर्वाण दिवस पर श्रद्धापूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस दौरान राष्ट्र की रक्षा एंव आखण्डता के उदेश्य से रूद्राभिषेक करवाया गया। उसके बाद भव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया।
जिसमें पठानकोट, खानपुर, मनवाल, गोसांईपुर, पडियांलाहडी एंव अन्य गांवों की संगत ने भाग लिया। इस दौरान धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज के जीवन, चरित्र और उनके द्वारा, राष्ट्र, सनातन धर्म एंव संस्कृति की रक्षा हेतु स्वस्थ व्यूह रचना पर प्रकाश डाला गया। संस्था सदस्यों और उपस्थित जनों ने तत्कालीन सरकार द्वारा सनातन धर्म एंव संस्कृति को नष्ट करने के अभियान का निर्भीकता पूर्वक सामना करते हुए और असहनीय कष्ट झेलने के लिए धर्मसम्राट करपात्री महाराज के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
उसके बाद गोष्ठी को संबोधित करते आदित्यवाहिनी पंजाब अध्यक्ष अजय शर्मा ने कहा कि धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज विश्व की ऐसी महान विभूति थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्र की एकता और अखंडता व राष्ट्र को दिशाहीन होने से बचाने के लिए समर्पित कर दिया। अजय शर्मा ने बताया कि धर्मसम्राट कहा करते थे कि धर्म में तो सभी राजनीति चाहते हैं। लेकिन राजनीति में धर्म कोई नहीं चाहता। वहीं, आनंदवाहिनी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुधा शर्मा ने बताया कि करपात्री जी महाभाग के व्यक्तित्व का वर्णन शब्दों से परे है। उन्होंने कहा कि धर्म सम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज ने विलुप्त ज्ञान-विज्ञान को प्रकट किया तथा वैदिक वांग्मय और सूत्रात्मक ज्ञान विज्ञान को विशुद्ध किया उनके द्वारा जो साहित्य सर्जन रामराज्य, मार्क्सवाद, पूंजीवाद, समाजवाद एवं भक्ति सुधा ग्रंथों के रूप में किया गया।
उससे राष्ट्र में नवचेतना का संचार हुआ। कार्यक्रम में सनातन रक्षा समिति संरक्षक पंडित रमेश शास्त्री ने उपस्थित जनों को सनातन धर्म की महिमा के बारे जानकारी दी। जिलाध्यक्ष रमन रामपाल ने संस्था की गतिविधियों के बारे में लोगों को जानकारी दी। इसके अलावा कई सदस्यों को जिला और प्रांतीय स्तर पर मनोनीत किया गया। इस दौरान पंडित रमेश शास्त्री को आदित्य वाहिनी प्रदेश महामंत्री, दीपक व्यास को प्रांतीय कार्यकारिणी सदस्य, विकलेश शर्मा को जिला उपाध्यक्ष, प्रभदीप शर्मा को जिला सचिव, मनोज शर्मा को युवा आदित्यवाहिनी अध्यक्ष और राघव व्यास को महामंत्री घोषित किया गया। ग्रामीण क्षेत्र के गांव गोसाईपुर पडियालाडी में नई शाखा का गठन किया गया।
कार्यक्रम में आनंद वाहिनी की सदस्य निर्मल, सुदेश, सत्या, पवन, मीरा, उर्मिल शर्मा, परवेश सैनी, दीक्षा , सोनिया और पीठ परिषद् आदित्य वाहिनी से सूबेदार रामदास, पवन और ग्रामीण क्षेत्रों के कई पंडित मौजूद रहे।