श्री गुरु नाभा दास महाशा सेवा समिति का एक जत्था जोकि गुरु चरणों को नमन करने हेतु गलता धाम तथा रेवासा धाम की यात्रा पर गया था। आज वापिस पठानकोट पहुंचने पर कैंट रेलवे स्टेशन पर समिति सदस्यों द्वारा जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं का पुष्पमाला अर्पण कर स्वागत किया गया।
समिति ऑर्गेनाइजर पुरुषोत्तम भजूरा ने बताया कि जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं द्वारा श्री गुरु नाभा दास जी की 500 वर्ष पुरानी भंडारा परंपरा को आगे बढ़ाने के साथ-साथ रेवासा धाम में श्री गुरु नाभा दास जी की मूर्ति स्थापना भी करवाई गई। जहां पर डॉक्टर राघवाचार्य जी द्वारा श्रद्धालुओं को गुरु जी की शिक्षाओं संबंधी उपदेश दिए गए।
महंत डॉ.अवधेश आचार्य जी ने श्रद्धालुओं को जानकारी दी कि भारत सरकार तथा राजस्थान सरकार से मांग की गई है कि पूजा एक्सप्रेस ट्रेन का नाम गलता अजमेर एक्सप्रेस किया जाए।
इस धार्मिक जत्थे में महंत सांवरिया दास, पुरुषोत्तम भजूरा, मास्टर सुदर्शन, सुरजीत कुंडा, हेमराज, रामपाल, श्यामलाल बिंदु, राकेश गौतम, चरणजीत, बनवारी दास, अजय, संजू, परमजीत, वीरा, शीला, मीना, नैंसी, आरती, कमलेश, आशा, प्रकाश, राजरानी, विमला, प्रीतो इत्यादि शामिल थे।