अमेरिका में कोरोना का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले 24 घंटे में यहां कोरोनावायरस से 3,700 मौतें हुई है और 250,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के सिस्टम्स साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने यह जानकारी दी। बता दें कि अमेरिका दुनिया में कोरोना के सबसे ज्यादा मामलों और मौतों के साथ महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित देश बना हुआ है। वैश्विक मौतों के आंकड़े को देखा जाए तो 18 प्रतिशत से अधिक मौतें अमेरिका में हुई है।
वहीं, अमेरिका में कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाने के क्रम में मंगलवार को देश के और अस्पताल कर्मियों को टीका लगाया गया। दूसरी ओर, संघीय स्वास्थ्य अधिकारी दूसरी कंपनी के टीके की समीक्षा कर रहे हैं। फाइजर-बायोएनटेक कंपनी के टीके को अत्यंत निम्न तापमान में रखने के लिए ड्राइआइस में पैक किया जा रहा है। टीके की खेप 400 अतिरिक्त अस्पतालों और अन्य वितरण स्थलों पर पहुंची। इस बीच, अमेरिका में एक दिन पहले कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या तीन लाख के पार चली गई है।
अमेरिका में शुरुआती 30 लाख खुराकों अग्रिम मोर्चे पर सेवारत स्वास्थ्य कर्मियों एवं बुजुर्ग मरीजों के लिए आवंटित किया गया है। अधिकतर अमेरिकियों को जानलेवा संक्रमण से बचाने के लिए आने वाले महीनों में टीके की लाखों खुराकों की जरूरत होगी। खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) कोविड-19 के दूसरे टीके को लेकर अपना अध्ययन प्रकाशित करने के भी तैयारी कर रहा है। मॉडर्ना ने यह टीका बनाया है और बृहस्पतिवार को एफडीए ने इस टीके को हरी झंडी दिखा दी तो इस टीके को भी टीकाकरण अभियान में शामिल किया जाएगा। बहरहाल, पहले टीके ने डॉक्टरों, नर्सों और अस्पताल के कर्मियों में उत्साह भरा है।