सोते समय खर्राटे लेने की समस्या इतनी सामान्य हो गई है कि अब इसे बीमारी समझना ही छोड़ दिया गया है. खर्राटे लेने वाले को भले ही कुछ न पता चलता हो लेकिन उसके साथ सोने वाले की तो नींद खराब होती ही है.
सोते समय नासिका द्वार से एक कर्कश आवाज निकलती है, जिसे लोग खर्राटे कहते हैं। बहुत से लोगों को रात को सोते समय तेज खर्राटे आने लगते हैं। इससे आस-पास सो रहे लोगों के बहुत दिक्कत हो जाती है। जिसकी वजह से खर्राटे आने वाले व्यक्ति को कभी-कभी शर्मिंदा भी होना पड़ता है। कोई भी व्यक्ति खर्राटे खुद नहीं लेता है बल्कि खर्राटे आने के कई कारण होते हैं। जानते हैं कि रात को सोते समय खर्राटे आने की क्या वजह होती हैं और इस समस्या से कैसे निपटा जा सकता है।
सोते समय खर्राटे लेने की समस्या इतनी सामान्य हो गई है कि अब इसे बीमारी समझना ही छोड़ दिया गया है. खर्राटे लेने वाले को भले ही कुछ न पता चलता हो लेकिन उसके साथ सोने वाले की तो नींद खराब होती ही है.
आपको शायद पता न हो लेकिन सोते वक्त खर्राटे लेना एक तरह की असामान्यता है. अगर यह समस्या बहुत बढ़ गई है तो खर्राटे लेने वाले को तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. खर्राटे लेने का सीधा संबंध दिल से जुड़ी कई बीमारियों से है. हालांकि अगर ये समस्या अपने प्रारंभिक रूप में है तो इन घरेलू उपायों की मदद से इसे दूर किया जा सकता है:
- पुदीने का तेल
पुदीने में कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो गले और नासाछिद्रों की सूजन को कम करने का काम करते हैं. इससे सांस लेना आसान हो जाता है. सोने से पहले पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर उससे गरारे कर लें. इस उपाय को कुछ दिन तक करते रहें. फर्क आपके सामने होगा. - हल्दी का इस्तेमाल
हल्दी में एंटी-सेप्टिक और एंटी-बायोटिक गुण होते हैं. इसके इस्तेमाल से नासा-द्वार साफ हो जाता है जिससे सांस लेना आसान हो जाता है. रोज रात को सोने से पहले दूध में हल्दी पकाकर (हल्दी वाला दूध) पीने से फायदा होगा. - लहसुन का प्रयोग
साइनस की समस्या में लहसुन का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है. लहसुन में हीलिंग-क्वालिटी होती है. ये ब्लॉकेज साफ करने के साथ ही श्वसन-तंत्र को भी बेहतर बनाती है. अच्छी और चैन की नींद के लिए लहसुन का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद है.