केंद्र में मोदी सरकार के अडिय़ल रवैये और किसानों में बढ़ती अशांति के कारण दिल्ली में धरने पर बैठे किसान संगठनों के नेताओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अम्बानी व अडानी जैसे कॉरपोरेट घरानों के पुतले फूंकने का फैसला लिया गया।
इसी के चलते आज पठानकोट के लेबर शैड में सैकड़ों किसान और मजदूर इक_ा हुए और रोष रैली करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अंबानी व अडानी जैसे कॉरपोरेट घरानों के पुतलों को फूंका गया और सरकार को तीन किसान विरोधी काले कानून, बिजली संशोधन विधेयक 2020 और पराली को जलाने के आरोप में एक करोड़ जुर्माना और पांच साल की जेल के कानून को वापिस लेने की मांग को लेकर नारेबाजी की गई।
वक्ताओं ने कहा कि इन मांगों को लेकर अगले निर्णय के तहत 8 दिसंबर को भारत बंद की घोषणा करना है, जिसके तहत पठानकोट जिले के आम जनता, व्यापारियों और बुद्धिजीवियों से अनुरोध है कि वह किसानों के इस संघर्ष का समर्थन करें। इसके लिए वह सभी अपना व्यवसाय बंद रखें और किसानों के संघर्ष में अपना योगदान दें।
उन्होंने सभी से अपील की कि 8 दिसंबर को सुबह 11 बजे बाल्मीकि चौंक पर रैली करें। इस प्रदर्शन दौरान कामरेड शिव कुमार, बलवंत घोष, सुरिंदर गिल, बिनोद कुमार, सत्य देव सैनी, अमरीक सिंह, पुरुषोत्तम लाल, रघुबीर सिंह, सुखदेव सिंह, इंद्रजोत सिंह, बलवीर सिंह, बलदेव राज, प्रवीन कुमार, बलदेव सिंह आदि ने भी संबोधित किया।