दुनिया की 7 अरब आबादी के लिया चाहिए 14 अरब वैक्सीन डोज
कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन अप्रूव हो जाए और बन भी जाए तो भी दुनिया की 7 अरब आबादी तक उन्हें पहुंचाना आसान नहीं होगा। यह एक बहुत बड़ी चुनौती होगी, जिसे पूरा करने के लिए 110 टन क्षमता वाले जम्बो जेट्स के 8000 फेरों की जरूरत होगी। 14 अरब डोज लोगों तक पहुंचाने का यह मिशन दो साल चलेगा। वैक्सीन की डिलीवरी के लिए सिर्फ विमानों की जरूरत नहीं होगी, बल्कि कार, बस, ट्रक और यहां तक कि मोटरसाइकिल, साइकिल की भी मदद लेनी पडे़गी। कुछ इलाकों में तो पैदल ही यह वैक्सीन लेकर जाना होगा।