ग्लोबल मार्केट में सोमवार को सोने की कीमत (Gold Prices) में चार साल में सबसे बड़ी मासिक गिरावट देखने को मिली। कोरोनावायरस (Coronavirus) की वैक्सीन को लेकर आ रही पॉजिटिव खबरों से इकॉनमिक रिवाइवल की उम्मीदें बढ़ रही हैं जिससे सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। स्पॉट गोल्ड की कीमत 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ 17.66.26 डॉलर प्रति औंस रह गई। इस महीने सोने की कीमत में करीब 6 फीसदी की गिरावट आई है। यह नवंबर 2016 के बाद सबसे बड़ी मासिक गिरावट है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में आज चांदी की कीमतों में भी 3.2 फीसदी की भारी गिरावट आई और यह 21.96 डॉलर प्रति औंस पहुंच गई। इसी तरह प्लेटिनम की कीमत में भी 0.9 फीसदी की गिरावट आई और यह 974.64 डॉलर पर आ गई। भारत में गुरु नानक जयंती के कारण आज कमोडिटी एक्सचेंज मॉर्निंग सेशन में बंद है। भारत में ट्रेडिंग शाम 5 बजे शुरू होगी।
शुक्रवार को एमसीएक्स पर सोना 0.85 फीसदी की गिरावट के साथ 48106 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ। 7 अगस्त को सोना 56254 रुपये के अपने ऑल टाइम हाई स्तर पर पहुंच गया था। तबसे सोने की कीमतों में करीब 8,000 रुपये की गिरावट आ चुकी है। इसी तरह चांदी ने भी 7 अगस्त को अपना ऑल टाइम हाई स्तर छू लिया था। तब चांदी 76008 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंच गई थी। लेकिन शुक्रवार का इसका भाव 59100 रुपये रह गया। इस दौरान चांदी की कीमत में करीब 17000 रुपये की गिरावट आई।
क्यों आ रही है सोने में गिरावट
कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल इकॉनमी में सुधार और अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयरों का रुख कर रहे हैं। यही वजह है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है।