केंद्र सरकार की ओर से मालगाडियों की आवाजाही रोकने की किसान संगठनों ने निंदा की है। पंजाब के 30 संघर्षशील किसान संगठनों ने मौजूदा हालातों पर चर्चा करने के लिए आपातकालीन ऑनलाइन मीटिंग की, जिसमें किसान नेताओं ने ऐलान किया कि केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा के जनविरोधी मंसूबों को कामयाब नहीं होने देंगे। किसानों के संघर्ष को बदनाम व विफल करने की साजिशों को बिल्कुल कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। किसान नेता डा. दर्शन पाल के नेतृत्व में हुई बैठक के दौरान किसान संगठनों के नेताओं ने कहा कि किसानों की ओर से रेल ट्रैक खाली कर दिए गए हैं, परंतु अब केंद्र सरकार मालगाडियां चलाने के लिए यह शर्त मढ़ रही है कि किसान संगठन यात्री गाडियां भी निकलने दें, जोकि निंदनीय है। वास्तव में केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए बहाने ढूंढ रही है, परंतु संगठन केंद्र सरकार का दबाव नहीं सहन करेंगे।