लगभग 40 वर्ष तक आदर्श भारतीय कॉलेज पठानकोट में सेवा के उपरांत हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी शिमला ने डॉक्टर दिनेश शर्मा को पीठ अध्यक्ष नियुक्त किया है। डॉ दिनेश शर्मा ने शिमला में यह जिम्मेवारी संभाल ली है और डॉ केशव बलिराम हेडगेवार पीठ पर शोध का कार्य आरंभ कर दिया है। सेवानिवृत्ति के बाद डॉ दिनेश शर्मा के अनुभव और अकादमिक योग्यता को ध्यान में रखते हुए हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने डॉ शर्मा को इस महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त किया है। ज्ञात रहे कि डॉ दिनेश शर्मा ने आदर्श भारतीय कॉलेज को एक प्रोफ़ेसर के नाते और फिर साढ़े बारह वर्ष प्रिंसिपल के नाते लगभग लगभग 4 दशकों तक अपनी सेवा दी । इस दौरान उन्होंने कॉलेज के अंदर नया इंफ्रास्ट्रक्चर ,नई प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय का नवीनीकरण , अनुशासन सांस्कृतिक गतिविधियां मैं विशेष प्राप्तियां, एनसीसी में विशेष उपलब्धियां, लड़कियों के लिए छात्रावास , नई कैंटीन का निर्माण, खेलों को बढ़ोतरी ,नई कार्य संस्कृति सुनिश्चित करके , और सारे कॉलेज परिसर का सौंदर्यीकरण करके कॉलेज को बुलंदियों पर पहुंचाया । इसीलिए आज भी आदर्श भारतीय कॉलेज का नाम केवल पठानकोट जिले मैं ही नहीं अपितु पूरे गुरु नानक देव विश्वविद्यालय में बहुत सम्मान और इज्ज़त से लिया जाता है।यह पठानकोट जिले का अग्रणी कॉलेज है और सारे विद्यार्थी और उनके माता-पिता इस कॉलेज में दाखिला पा के अपने आपको गौरवान्वित महसूस करते हैं जो कि सब लोगों के ध्यान में है। डॉ दिनेश ने आदर्श भारती कॉलेज की प्रगति में प्रबंध समिति, सारे स्टाफ और प्रशासनिक अधिकारी के महत्वपूर्ण योगदान को रेखांकित किया।दूरभाष पर बात करते हुए डॉक्टर दिनेश शर्मा ने बताया कि हिमाचल यूनिवर्सिटी में डॉक्टर केशव बलीराम हेडगेवार पीठ पर अध्यक्ष के नाते यह एक अलग तरह का काम है और वह इस जिम्मेदारी को निभाने में अपना पूरा प्रयास करेंगे।उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक परम पूजनीय डॉक्टर केशव बलीराम हेडगेवार के नाम पर यह सारे भारत में पहला पीठ है और इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सारा विश्व जानना चाहता है की दुनिया की सबसे बड़ी संस्था राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक की क्या सोच थी और क्या दृष्टिकोण था। भारत के वर्तमान राष्ट्रपति ,उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक हैं । इसलिए सारे विश्व की जिज्ञासा संघ के संस्थापक के बारे में जानने के लिए बढ़ गई है की ऐसी कौन सी संस्था है जहां पे इतने कर्तव्यनिष्ठ , ध्येयनिष्ठ और राष्ट्र प्रेमी भारतीयों का निर्माण किया जाता है। इसलिए यह शोध और भी महत्वपूर्ण हो गया है।उन्होंने सारे पठानकोट शहर वासियों को सहयोग के लिए धन्यवाद दिया।