नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार शाम को 74 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पासवान का हाल ही में दिल्ली के अस्पताल में दिल का ऑपरेशन हुआ था। इसकी जानकारी उनके बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट कर की।
पासवान पिछले काफी समय से बीमार थे और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती थे. 3 अक्टूबर को देर रात रामविलास पासवान के दिल का ऑपरेशन किया गया था. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष राम विलास पासवान 1969 में पहली बार विधायक चुने गए थे. पासवान मोदी कैबिनेट में उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री थे.
5 जुलाई 1946 को बिहार के खगड़िया में जन्मे रामविलास पासवान कोसी कॉलेज और पटना यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद 1969 में बिहार के डीएसपी के तौर पर चुने गए थे. 1969 में पहली बार संयुक्त सोशलिस्ट पार्टी से विधायक बनने वाले पासवान राज नारायण और जयप्रकाश नारायण का अनुसरण करते थे. पासवान 1974 में पहली बार लोकदल के महासचिव बनाए गए. वे व्यक्तिगत रूप से राज नारायण, कर्पूरी ठाकुर और सत्येंद्र नारायण सिन्हा जैसे आपातकाल के प्रमुख नेताओं के करीबी थे.
आठ बार रहे लोकसभा के सांसद
मौसम विज्ञानी कहे जाने वाले राम विलास पासवान आठ बार लोकसभा के सांसद रह चुके थे और फिलहाल वह राज्यसभा के सांसद थे. पहली बार वह 1977 में हाजीपुर लोकसभा सीट से जनता पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा पहुंचे थे. इसके बाद वह 1980, 1989, 1996 और 1998, 1999, 2004, और 2014 में लोकसभा सदस्य के तौर पर देश की संसद पहुंचे.
पासवान ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली पत्नी राजकुमारी देवी के साथ उनका रिश्ता 1969 से 1981 तक रहा. 1982 में उन्होंने रीना शर्मा से शादी की. पासवान के परिवार में उनकी पत्नी के अलावा दो बेटियां उषा और आशा पासवान और एक बेटा चिराग पासवान हैं.
पासवान ने 2014 में नामांकन पत्र को चुनौती दिए जाने के बाद इस बात का खुलासा किया था कि उन्होंने 1981 में अपनी पहली पत्नी राजकुमारी देवी को तलाक दे दिया था जिनसे उन्हें दो बेटियां ऊषा और आशा थीं. पासवान ने 1982 में एयरहोस्टेस रीना शर्मा से शादी की थी जिनसे उन्हें एक बेटा चिराग पासवान और एक बेटी हैं.