आज करीब डेढ़ साल बाद राहुल गांधी के तीन-दिवसीय दौरे के पहले दिन जब नवजोत सिंह सिद्धू मोगा जिला के बदनी कलां कस्बे में आयोजित रैली में शामिल होने आये तो उन्हें वहां बैठे अपने विरोधियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा। बाद में वह अपनी अनदेखी के दृष्टिगत रोषस्वरूप लुधियाना जिला के गांव चक्कर में ट्रैक्टर से उतर कर अपनी कार में जा बैठे। लोगों ने कांग्रेस के महांमत्री और पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत को उनके पीछे जाते देखा और वह मनाकर वहां बनाये मंच पर ले आये। लेकिन चक्कर गांव में ट्रैक्टर रैली के दौरान इस मंच से उनका संबोधन नहीं हुआ। दोनों स्थानों पर राहुल गांधी और कैप्टन अमरेंदर सिंह के सामने उनसे ऐसा बर्ताव हुआ।
जानकारी के अनुसार इससे पूर्व जब बदनी कलांं में श्री सिद्धू भाषण दे रहे थे तो मंच का संचालन कर रहे जेलमंत्री सुखमिंदर सिंह रंधावा ने उनको कई बार टोकते हुए भाषण समाप्त करने को कहा। इस पर सिद्धू ने खीजकर कहा, ‘घोड़े को एक बार ही संकेत काफी होता है। आपने मुझे डेढ़ साल चुप्प रखा।’ इस बीच गुस्से में आकर उन्होंने अपना भाषण संक्षिप्त करके समाप्त कर दिया।
श्री राहुल गांधी के नेतृत्व में जब ट्रैक्टर रैली चक्कर गांव पहुंची तो वहां पर स्थापित मंच से लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू बोल रहे थे। उनके बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंदर सिंह और राहुल गांधी ने संबोधित किया, लेकिन मंच पर होने के बावजूद उनको संबोधित करने का समय नहीं दिया गया।