हम छोटे बच्चों को खतरे में नहीं धकेल सकते, न ही अपने भविष्य रूपी बच्चों संबंधी कोई भी लापरवाही कर सकते हैं : विजय इंद्र सिंगला
केंद्र सरकार बेशक अनलॉक-5 में स्कूलों को खोलने की इजाजत दे दे, लेकिन अभी पंजाब में स्कूल नहीं खोले जाएंगे। मंगलवार को यह बात प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने कही है। वह जिले के कस्बा बधनी कलां में मार्केट कमेटी के कार्यालय में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ एक गुप्त बैठक में शामिल होने आए थे। इस दौरान सिंगला ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस का संकट खत्म नहीं हो जाता, स्कूल खोलने का सवाल ही पैदा नहीं होता।
दरअसल, देश के कई हिस्सों में सरकार की तरफ से स्कूलों को खोलने की इजाजत दे दी है। इनमें से पड़ोसी राज्य हरियाणा भी एक है।
हालांकि पंजाब में भी स्कूलों को खोले जाने को लेकर अभी असमंजस की स्थिति है। पहले जहां 21 सितंबर को स्कूल खुलने की संभावना प्रबल मानी जा रही थी, वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कहा था इस पर फैसला 30 सितंबर के बाद लिया जाएगा। अभी स्कूलों को खोलने की इजाजत नहीं दी जा सकती, लेकिन इसके बाद उन्होंने फैसले में संशोधन करते हुए इसे डिप्टी कमिश्नर के ऊपर छोड़ा था। अब जबकि 30 सितंबर के बाद स्कूलों के फिर से खुलने की उम्मीद की जा रही है, वहीं सरकार की मानें तो यह उम्मीद अभी पूरी होने वाली नहीं है।
मंगलवार को प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला ने कहा कि जब तक कोरोना वायरस का संकट खत्म नहीं हो जाता, स्कूल खोलने का सवाल ही पैदा नहीं होता। हम छोटे बच्चों को खतरे में नहीं धकेल सकते, न ही अपने भविष्य रूपी बच्चों संबंधी कोई भी लापरवाही कर सकते हैं। इस समय कोरोना संक्रमण पीक पर है और इसके लिए अभी तक कोई भी वैक्सीन भी नहीं आई है। सेहत विभाग निर्देशों के अनुसार बताई गई सावधानियों को अपनाकर ही अपना बचाव कर रहे हैं। यदि समय रहते पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने तालाबंदी का सही फैसला नहीं लिया होता तो इसके बहुत ही बुरे नतीजे सामने आने थे।