प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा द्वारा किसान संगठनों से वार्ता कर उनका विषय जानने तथा अपना पक्ष रखने के लिए आठ सदस्यों की कमेटी गठित की है I इस कमेटी के चेयरमैनपूर्व मंत्री सुरजीत ज्याणी, उनके साथ पूर्व महासचिव राष्ट्रीय किसान मोर्चा हरजीत सिंह ग्रेवाल, सचिव राष्ट्रीय किसान मोर्चा सुखमिंदरपाल सिंह ग्रेवाल, प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा बिक्रमजीत सिंह चीमा, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष सुखवंत सिंह धनौला, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सतवंत सिंह पुनिया, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किसान मोर्चा जतिंदर सिंह अटवाल व पूर्व भाजयुमों अध्यक्ष शिवबीर राजन को नियुक्त किया गया है I
अश्वनी शर्मा ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि संबंधी पारित किये गए आध्यादेशों को लेकर सड़कों पर उतरे किसानों से वार्ता करके उनकी मांगो को जानने व उसके समाधान संबंधी विचार करने तथा केंद्र सरकार के कृषि अध्यक्ष्देशों के बारे में जागरूक कर अपना पक्ष रखने के लिए यह कमेटी सभी किसान संगठनों के नेताओं से वार्ता करेगी I यह कमेटी अगले दस दिन में सभी किसान संगठनों से वार्ता कर अपनी विस्तृत रिपोर्ट बना कर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के समक्ष रखेंगे I
देहात ही नहीं, शहरी इलाकों में भी विरोध से बढ़ी परेशानी
कृषि विधेयकों के बारे में किसानों की शंकाएं दूर करने के लिए भाजपा ने गांवों में जाकर जनसंपर्क करने की योजना बनाई तो कई किसान संगठनों ने एलान कर दिया है कि भाजपाइयों को गांवों में घुसने नहीं देंगे। भाजपा को यह डर भी सता रहा है कि शहरों में भी उसके खिलाफ लामबंदी शुरू हो गई है। पार्टी नेता मानते हैं कि लोगों का गुस्सा उसके प्रति है। शहरों का आढ़ती वर्ग, जो पार्टी का कोर वोट बैंक भी है, इस समय खासा नाराज है। बात केवल आढ़तियों की नहीं है बल्कि उनके साथ जुड़ा हुआ व्यापार मंडल, शैलर उद्योग, करियाना व्यापारी भी अब भाजपा के खिलाफ हो रहे हैं।