मोदी सरकार लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी कृषि से संबंधित बिल पास करवा चुकी है. वहीं अब मोदी कैबिनेट ने रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर बढ़ोतरी को मंजूरी दी है. इसको लेकर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में बयान भी दिया.
गेहूं, चना, जौ, मसूर, सरसों एवं रेपसीड का समर्थन मूल्य सरकार ने बढ़ाने का फैसला किया है. ये एलान ऐसे समय में आया है जब किसान से जुड़े विधेयकों का विरोध हो रहा है.
मोदी सरकार ने छह रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में बढ़ोतरी का ऐलान कर सोमवार को देश के किसानों को सौगात दी है. सबसे ज्यादा मसूर के MSP में 300 रुपये प्रति क्विंटल का इजाफा किया गया है, जबकि गेहूं के MSP में 50 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की गई है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) ने सोमवार को फसल वर्ष 2020-21 (जुलाई-जून) के रबी सीजन की छह प्रमुख फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी को मंजूरी दी. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar) ने रबी फसलों के एमएसपी में बढ़ोतरी के सरकार के फैसले का ऐलान किया. तोमर ने कहा कि किसानों को लागत मूल्य पर 106 प्रतिशत तक लाभ मिलेगा. जबकि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद आगे भी जारी रहेगी.
चना —
समर्थन मूल्य – 5100 रुपये प्रति क्विंटल
वृद्धि – 4.6 प्रतिशत यानी 225 रुपये प्रति क्विंटल
मुनाफा – 78 प्रतिशत
जौ–
समर्थन मूल्य – 1600 रुपये प्रति क्विंटल
वृद्धि दर – 4.9 प्रतिशत यानी 75 रुपये प्रति क्विंटल
मुनाफा – 65 प्रतिशत
मसूर–
समर्थन मूल्य – 5100 रुपये प्रति क्विंटल
वृद्धि दर – 6.3 प्रतिशत यानी 300 रुपये प्रति क्विंटल
मुनाफा – 78 प्रतिशत
सरसों एवं रेपसीड–
समर्थन मूल्य – 4650 रुपये प्रति क्विंटल
वृद्धि दर – 5.1 प्रतिशत यानी 225 रुपये प्रति क्विंटल
मुनाफा – 93 प्रतिशत
कुसुम्भ–
समर्थन मूल्य – 5327 रुपये प्रति क्विंटल
वृद्धि दर – 2.1 प्रतिशत यानी 112 रुपये प्रति क्विंटल
मुनाफा – 50 प्रतिशत
गेहूं–
समर्थन मूल्य – 1975 रुपये प्रति क्विंटल
वृद्धि दर – 2.6 प्रतिशत यानी 50 रुपये प्रति क्विंटल
मुनाफा – 106 प्रतिशत
धान–
समर्थन मूल्य – 1868 रुपये प्रति क्विंटल