कोरोना वायरस के दौरान पंजाब में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में पांच गुणा तक वृद्धि हो गई है। अगर स्थिति बिगड़ी तो यह मांग सात गुणा तक बढ़ सकती है। इसी के चलते पंजाब सरकार ने इंडस्ट्री में होने वाली इसकी सप्लाई में कट लगाकर स्वास्थ्य क्षेत्र में आपूर्ति बढ़ानी शुरू कर दी है। मार्च से पहले पंजाब में प्रतिदिन 20 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की मांग रहती थी। वर्तमान में यह मांग 100 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है।
हालात- 20 के मुकाबले अभी प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन है मांग
पंजाब में कोरोना चरम पर पहुंचने लगा है, ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य की मांग प्रतिदिन 160 मीट्रिक टन तक पहुंच सकती है। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के डायरेक्टर सिब्बन सी कहते हैं कि राज्य में अभी आठ यूनिट प्रतिदिन 5000 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। कोरोना वायरस के दौरान पंजाब में मेडिकल ऑक्सीजन की मांग में पांच गुणा तक वृद्धि हो गई है। अगर स्थिति बिगड़ी तो यह मांग सात गुणा तक बढ़ सकती है। इसी के चलते पंजाब सरकार ने इंडस्ट्री में होने वाली इसकी सप्लाई में कट लगाकर स्वास्थ्य क्षेत्र में आपूर्ति बढ़ानी शुरू कर दी है। मार्च से पहले पंजाब में प्रतिदिन 20 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की मांग रहती थी। वर्तमान में यह मांग 100 मीट्रिक टन तक पहुंच गई है।
रोजाना 4000 सिलेंडरों की डिमांड, हम 1800 ही दे पा रहे: ऑक्सीजन सप्लायर
जालंधर, कपूरथला, नवांशहर आदि में ऑक्सीजन की सप्लाई देने वाले विकास हजूरिया और राजन गुप्ता कहते हैँ कि कोविड से पहले रोज हम 500 से 800 सिलेंडरों सप्लाई करते थे। अब डिमांड 4000 सिलेंडरों तक पहुंच गई है। फिलहाल केवल कोविड-19 का इलाज कर रहे सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में ही सप्लाई दे रहे है।
हालात- 20 के मुकाबले अभी प्रतिदिन 100 मीट्रिक टन है मांग
पंजाब में कोरोना चरम पर पहुंचने लगा है, ऐसे में माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य की मांग प्रतिदिन 160 मीट्रिक टन तक पहुंच सकती है। इंडस्ट्री डिपार्टमेंट के डायरेक्टर सिब्बन सी कहते हैं कि राज्य में अभी आठ यूनिट प्रतिदिन 5000 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन कर रही हैं
स्थिति बिगड़ी तो यह 165 मीट्रिक टन तक पहुंच सकती है
राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई 16 सप्लायर कर रहे हैं। सोलन (हिमाचल प्रदेश), पानीपत (हरियाणा) और देहरादून (उत्तराखंड) के तीन बड़े लिक्विड ऑक्सीजन सप्लायर टैंकर मंगवा कर सिलेंडरों में फिलिंग करते हैं। पंजाब सरकार के स्वास्थ्य माहिरों के समूह के प्रमुख डा. केके तलवाड़ का कहना है कि पंजाब में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
जानकारी के अनुसार मेडिकल आक्सीजन की कमी की शिकायतें प्राइवेट अस्पतालों में देखने को मिल रही है। दो सप्ताह पहले लुधियाना में यह कमी आ रही थी लेकिन एक मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट के शुरू होने के बाद लुधियाना की सप्लाई व्यवस्था में सुधार हो गया। जानकारी के अनुसार पंजाब की 8 मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट 5000 सिलेंडर का उत्पादन कर रही है।
” पंजाब में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। दो सप्ताह पहले लुधियाना में यह कमी आ रही थी लेकिन एक मेन्यूफैक्च¨रग यूनिट के शुरू होने के बाद लुधियाना की सप्लाई व्यवस्था में सुधार हो गया है