गुरदासपुर, 10 सितम्बर : जिले में कोरोना के केस बढ़ने के साथ-साथ इससे मरने वालों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इससे आम लोगों व सेहत विभाग में चिता का माहौल बना हुआ है। वीरवार को कोरोना से तीन और लोगों की मौत हो गई जबकि 177 लोग संक्रमित मिले। राहत की बात यह है कि 71 लोगों ने कोरोना को मात दी है।
सिविल सर्जन डॉ. किशन चंद ने बताया कि अब तक जिले में 75 लोगों की कोरोना से जान चली गई है। जिले में 89457 लोगों की सैंपलिग की गई है। इनमें से 85041 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उन्होंने बताया कि संक्रमित मरीजों में से गुरदासपुर में छह, बटाला में दो, मोहाली में 16 आइसोलेट किए गए हैं। कई पंचायतों ने सैंपल नहीं लेने के प्रस्ताव पास कर एसएमओ को सौंपे
कोरोना सैंपल लेने का विरोध जारी है। अब तो कई पंचायतों ने बकायदा प्रस्ताव पारित कर कोरोना का सैंपल नहीं देने की बात कही है। सरकारी अस्पताल काहनूवान के एसएमओ इकबाल सिंह मुलतानी ने बताया कि उन्हें अब तक छह गांवों के लोगों के कोरोना सैंपल नहीं लेने के लिखित प्रस्ताव व पत्र कुछ पंचायतों की ओर से प्राप्त हुए हैं। सबसे पहले ग्राम पंचायत सैदोवाल खुर्द द्वारा उन्हें प्रस्ताव दिया गया था। अब उन्हें ग्राम पंचायत शींह भट्टी, लखनपुर, बधाई, खुशहालपुर व बेरी की पंचायतों ने भी पत्र दिए हैं कि वे अपने गांवों में कोरोना के सैंपल नहीं करवाना चाहते हैं। यदि कोई व्यक्ति बीमार पाया गया तो उसका सैंपल सेहत विभाग लेगा। एसएमओ का कहना है इन परिस्थितियों में वे कोरोना सैंपल लेने से असमर्थ है। सैपलिग की दर भी इस कारण कम हो गई है। इसकी सूचना डीसी, सिविल सर्जन, एसडीएम व बीडीपीओ को भेज दी गई है। उधर, बेरी गांव सरपंच पलविदर सिंह बेरी से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उनके गांव में बहुत से लोग सैंपल करवा चुके हैं। उन्होंने सेहत विभाग को विश्वास दिलाया है कि यदि गांव में कोरोना का संदिग्ध व्यक्ति पाया जाता है तो उसका सेहत विभाग सैंपल ले। रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट आई नेगेटिव, रुटीन टेस्ट में पॉजिटिव