भारत और चीन सीमा के बीच तनाव एक बार फिर से चरम पर पहुंच गया है। सोमवार की रात को लद्दाख सीमा पर जो हुआ, वो पिछले 45 साल में कभी नहीं हुआ। LAC पर बीती रात फायरिंग की घटना सामने आई है। दोनों ओर से फायरिंग की गई है। हालांकि, इस फायरिंग में किसी को निशाना नहीं बनाया गया। ऐसे में जहां दोनों देश बातचीत के जरिए मसला सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं वहां अब हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।
क्या है मामला
काला टॉप और हेल्मेट टॉप सहित पेंगोंग इलाके के कई हिस्सों पर भारतीय सेना का कब्जा है। यही वजह है कि चीन की सेना बौखलाई हुई है। अपनी इसी बौखलाहट के चलते चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) सोमवार रात को सीमा पर आगे बढ़ने लगी। इस दौरान भारतीय सेना ने वार्निंग शॉट (चेतावनी के लिए हवाई फायरिंग) दिया। इसके बाद चीन के जवान पीछे हटे। कुछ देर बाद ही सीमा पर स्थित को नियंत्रण में कर लिया गया।

चीन के सरकारी प्रोपैगैंडा अखबार ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारतीय सेना ने पैंगोंग सो झील के दक्षिणी छोर के पास शेनपाओ की पहाड़ी पर LAC को पार किया। इस दौरान भारत ने चीनी सैनिकों पर वार्निंग शॉट फायर किया, ऐसे में चीन को इसका जवाब देना पड़ा। उधर, भारतीय सूत्रों का कहना है कि PLA के सैनिक गलवान जैसी हिंसा को दोहराने के फिराक में थे।
बता दें कि 1975 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब चीन और भारत की सीमा पर गोली चली हो। इससे पहले दोनों देशों ने गोली ना चलाने और किसी की जान ना गंवाने को लेकर समझौता किया था। लेकिन बीते 15 जून को भारत के 20 जवान शहीद हुए और अब गोली चल गई।
