पठानकोट के माधोपुर क्षेत्र के थरियाल गांव में अज्ञात हमलावरों ने सोये हुए परिवार पर हमला कर दिया। यह परिवार पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना की बुआ का परिवार था। हमले में सुरेश रैना के फूफा की मौत हो गई थी, जबकि परिवार के अन्य सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बताया जा रहा है कि रैना की बुआ की हालत काफी गंभीर बनी हुई है। वह अभी भी अस्पताल में ही हैं। वहीं, यह पता चलने के बाद कि यह परिवार रैना का रिश्तेदार है इसके बाद पुलिस पर जांच का दवाब तो बना है, लेकिन अभी तक मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं।
घटना 19 अगस्त की है। पेशे से ठेकेदार अशोक कुमार का पूरा परिवार छत पर सोया हुआ था। लुटेरे मकान में घुसे और छत पर सोये परिवार हमला कर दिया। गहरी नींद और अचानक हमले से परिवार के सदस्य अपना बचाव भी नहीं कर सके। लुटेरों ने तेजधार और रॉडनुमा हथियारों से बुरी तरह वार किए। जख्मियों को सिविल अस्पताल ले जाया गया। वारदात में सुरेश रैना के फूफा और परिवार के मुखिया अशोक कुमार (58) की मौत हो गई थी। जबकि हादसे में उनकी बुआ 55 वर्षीय पत्नी आशा देवी एवं उनके बेटे 32 साल के कौशल कुमार और 24 साल के अपिन कुमार सहित सास मृतक की 80 वर्षीय माता सत्या देवी गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इनमें से सास सत्या देवी और अपिन कुमार स्वस्थ होकर घर लौट आए हैैं।
वारदात के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची। मकान के हर कोने की बारीकी से जांच की गई और साक्ष्य जुटाए गए। जांच में पाया गया है कि मृतक अशोक कुमार की चेक बुक और अन्य कागजात घर से कुछ दूरी पर मिले हैं। पुलिस टीम ने हमलावरों की पहचान के लिए डॉग स्कवायड की मदद से बारीकी से छानबीन की, लेकिन अभी तक उनका कोई सुराग नहीं लगा है।
सुरेश रैना के भाई दिनेश रैना ने फोन पर बातचीत में बताया कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद अभी तक पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। दिनेश ने कहा कि इस घटना से पूरा परिवार स्तब्ध है। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि आरोपितों को तुरंत पकड़ कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। दिनेश ने कहा कि पठानकोट के गांव थरियाल से उनके रिश्तेदारों का भी उनको मदद के लिए फोन आया है।