भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) ने कहा कि भाजपा भारत को हिंदू राष्ट्र में नहीं बदल रही। संविधान ऐसा करने की अनुमति भी नहीं देता है। हालांकि उन्होंने दावा कि पार्टी की हिंदुत्ववादी विचारधारा बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पूर्व में अल्पसंख्यकों को एकजुट कर और हिंदुओं को विभाजित कर के सरकारें बनाईं। अब राजनीतिक रूप से हिंदुओं को अपने मतभेदों को दूर कर एक समुदाय के रूप में एकजुट हो जाना चाहिए।
स्वामी (Subramanian Swamy) ने गुरुवार को कहा कि भाजपा का वोट शेयर उसकी हिंदुत्व विचारधारा के कारण बढ़ा है। वह गुरुवार को विदेशी संवाददाता क्लब द्वारा आयोजित एक वेबिनार में बोल रहे थे। इसमें एआइएमआइएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को भी अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया गया था। भाजपा सांसद (Subramanian Swamy) ने कहा कि जब तक भाजपा हिंदुत्व की विचारधारा नहीं छोड़ेगी तब तक वह सत्ता में रहेगी।
समुदाय के रूप में एक हों हिंदू- स्वामी
स्वामी ने कहा कि राजनीतिक रूप से हिंदुओं को आपसी मतभेद भुलाकर समुदाय के रूप में एक होना चाहिए. विदेशी संवाददाताओं के क्लब की ओर से आयोजित एक डिजिटल सम्मेलन में स्वामी ने अपने विचार रखे जहां एआईएमआईएम के असादुद्दीन ओवैसी को भी अपने विचार रखने के लिए आमंत्रित किया गया था.
सुब्रमण्यम स्वामी ने आगे कहा, “कई सालों से कांग्रेस हिन्दुओं को विभाजित करने और अल्पसंख्यकों को एक रखने में सफल रही और इसलिए वह समय समय पर बार-बार सरकार बनाने में सफल रही.” उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कथित तौर पर आर्य द्रविड़, जाति इत्यादि के “निरर्थक” ऐतिहासिक विचारों के आधार पर हिंदुओं को विभाजित किया.
हिंदुत्व से बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा- स्वामी
बीजेपी नेता ने कहा कि हिंदुत्व की विचारधारा के कारण बीजेपी का वोट प्रतिशत बढ़ा है. उन्होंने कहा, “अगर हिंदुत्व की विचारधारा बनी रहेगी तो हम आगे भी चुनाव जीतेंगे. हमें आर्थिक प्रदर्शन से तब तक फर्क नहीं पड़ेगा जब तक यह बहुत ही ज्यादा खराब न हो जाए.”
स्वामी का विरोध करते हुए ओवैसी ने कहा कि भारत की सुंदरता उसकी विविधता में है. उन्होंने कहा, “लेकिन स्वामी, अपनी हिंदुत्व विचारधारा के लिए केवल उन लोगों की बात कर रहे हैं जो इस विचारधारा में यकीन रखते हैं . वह हिन्दुओं की भी चिंता नहीं करते.”