चुनाव से 3 महीने पहले सीएम की कुर्सी गंवाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह को एक नया झटका लगा है. कैप्टन की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस के छह उम्मीदवारों ने हॉकी स्टिक-बॉल के चिन्ह पर चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि वह भाजपा के चुनाव चिह्न कमल पर चुनाव लड़ेंगे। यह मांग इसलिए हुई है क्योंकि ये शहरी सीटें हैं। जहां बीजेपी को आधार माना जा रहा है. यह जानकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बीजेपी से बातचीत शुरू कर दी है. कैप्टन की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस को टिकट वितरण में ये सीटें मिली हैं।
राजकुमार नंबरदार ने कहा कि उनकी वफादारी अमरिंदर सिंह के साथ है लेकिन पार्टी का चुनाव चिह्न अभी नया है। लोगों में इसको पहचान बनाने में अभी समय लगेगा। शहरी मतदाता सहयोगी पार्टी भाजपा के चुनाव चिह्न कमल के फूल को आसानी से स्वीकार कर रहे हैं। नंबरदार ने कहा कि उन्होंने अमरिंदर सिंह की मंजूरी के बाद कमल के चुनाव चिह्न पर प्रचार शुरू कर दिया है। वह नामांकन में पीएलसी के चुनाव चिह्न की बजाय भाजपा के चुनाव चिह्न की मांग करेंगे। पंजाब लोक कांग्रेस के प्रवक्ता प्रिंस खुल्लर तथा महासचिव एवं कार्यालय प्रभारी कमलदीप सैनी ने कहा कि शहरी मतदाताओं द्वारा कमल के चुनाव चिह्न पर लड़ने की मांग की जा रही है। इसके चलते गठबंधन की सहयोगी पार्टी के चुनाव चिह्न को अपनाया जा रहा है। इस संबंध में अंतिम फैसला कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा भाजपा हाईकमान के साथ बातचीत के बाद लिया जाएगा।
इन सीटों पर उम्मीदवारों की मांग
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार उम्मीदवार ने बठिंडा अर्बन, लुधियाना ईस्ट, लुधियाना साउथ और आत्मानगर सीटों से कमल का चुनाव चिह्न मांगा है. इनके अलावा दो और प्रत्याशी भी यही मांग कर रहे हैं। इन उम्मीदवारों का कहना है कि शहरी सीटों की वजह से वे कमल पर चुनाव लड़ना चाहते हैं.
कैप्टन की पार्टी में नहीं आए कांग्रेसी विधायक
यह पहली बार नही है कि नेता कैप्टन की पार्टी से दूरी बना रहे हों। इससे पहले कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक राणा सोढ़ी, फतेहजंग बाजवा और हरजोत कमल ने कैप्टन की जगह भाजपा जॉइन कर ली।
पंजाब में 37 सीटों पर लड़ रही कैप्टन की पार्टी
पंजाब में पहली बार कैप्टन अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। जिसमें सुखदेव ढींढसा की पार्टी शिअद संयुक्त भी साथ में लड़ रही है। गठजोड़ में भाजपा 65, कैप्टन की पंजाब लोक कांग्रेस 37 और शिअद संयुक्त 15 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।